Republic Day 2024: कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति का प्रदर्शन, पहली बार तीनों सेना की महिला टुकड़ी ने किया मार्च

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Republic Day 2024: आज पूरा देश 75वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. इस वर्ष गणतंत्र दिवस की थीम विकसित भारत और भारत लोकतंत्र की मातृका हैं. इस साल के समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि बने. दिल्ली में कर्तव्य पथ पर हुई परेड में दुनिया ने भारत का शौर्य देखा. इसके साथ ही कई राज्यों और मंत्रालयों की झांकी में देश की समृद्ध संस्कृति ने अभिभूत किया. 100 से ज्यादा महिलाओं के बैंड ने कर्तव्‍य पथ पर परेड की शुरुआत की. वहीं परेड के दौरान भारत की नारी शक्ति ने देशवासियों को गौरवान्वित किया.

भारत की बढ़ती सैन्‍य ताकत का प्रदर्शन

गणतंत्र दिवस के अवसर पर सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं ने ‘नारी शक्ति’ और ‘आत्मनिर्भरता’ की विषय वस्तु पर आधारित अपनी झांकियों में भारत की बढ़ती सैन्‍य ताकत का असरदार मुजाहिरा किया. भारतीय नौसेना की झांकी में जहाज निर्माण में भारत की बढ़ती शक्ति को उजागर करते हुए देश में निर्मित विमान वाहक आईएनएस विक्रांत और अत्यधिक सक्षम एस्कॉर्ट पोत आईएनएस दिल्ली, आईएनएस कोलकाता और INS शिवालिक, LCA, एएलएच और कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी को प्रदर्शित किया गया.

नेवी की झांकी की विषयवस्तु ‘नारी शक्ति’ और ‘आत्मनिर्भरता’ रही. सशस्त्र बलों की परेड में मिसाइल, निगरानी प्रणाली, ड्रोन जैमर, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों और सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया गया.

पहली बार सभी महिला त्रि-सेवा की टुकड़ी ने दिखा रुतबा

पहली बार तीनों सेनाओं का महिला टुकड़ी देश के इस सबसे बड़े समारोह में अपना रूतबा दिखाया. नौसेना की बैंड ने बल की ताकत और युद्ध की तैयारी का ने‍तृत्‍व करते हुए ‘हम तैयार हैं’ की धुन बजाई. जिस पर 144 पुरुष एवं महिला अग्निवीर सहित युवा नौसैनिकों की टुकड़ी ने मार्च किया. भारतीय वायुसेना की टुकड़ी में स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर की अगुवाई में 144 वायु सैनिक और चार अधिकारी शामिल हुए. स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव, प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल ने दल कमांडर के पीछे अतिरिक्त अधिकारियों के रूप में मार्च पास्ट किया. वायुसेना की झांकी भारतीय वायु सेना सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भरता विषय को प्रदर्शित की.

झांकी के विवरण में कहा गया कि IAF गरुड़ कमांडो की मौजूदगी हवा के साथ-साथ जमीन पर भी वायुसेना की लड़ाकू क्षमताओं में वृद्धि का प्रतीक है. इस प्रोग्राम का उद्देश्‍य नारी शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों को पेश करना है. कर्तव्य पथ पर पहली बार मार्च करते हुए सभी महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी लोगों के लिए तवज्जे का केंद्र बनी.

इतिहास में ऐसा पहली बार  

इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा ने कर्तव्य पथ पर परेड में हथियार का पता लगाने वाले ‘स्वाति’ रडार और पिनाका रॉकेट प्रणाली की अगुवाई की. दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा पिछले वर्ष आर्टिलरी रेजिमेंट में नियुक्त हुई 10 महिला अफसरों में से हैं. मैकेनाइज्ड कॉलम में टैंक टी-90 भीष्म, नाग (NAG) मिसाइल सिस्टम, पैदल सेना का लड़ाकू विमान सभी क्षेत्रों में संचालन योग्य वाहन, हथियार का पता लगाने वाली रडार प्रणाली स्वाति, पिनाका, ड्रोन जैमर प्रणाली, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली आकर्षण का केंद्र रहे. मैकेनाइज्ड कॉलम की अगुवाई करने वाली पहली फौजी टुकड़ी 61 कैवेलरी (घुड़सवार सेना) थी, जिसकी अगुवायी मेजर यशदीप अहलावत ने की.

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