Shankh Air: देश के एविएशन सेक्टर में एक नई एयरलाइन उड़ान भरने के लिए तैयार है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश की सबसे नई एयरलाइन शंख एयर को अपना ऑपरेशन शुरू करने के लिए परमिशन दे दी है. हालांकि अभी इसे आधिकारिक तौर पर उड़ान शुरू करने के लिए एविएशन रेगुलेटर- नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से मंजूरी लेनी होगी.
एयरलाइन का मकसद
बता दें कि शंख एयर उत्तर प्रदेश की पहली विमानन कंपनी होगी. वहीं, इसका केंद्र लखनऊ और नोएडा में है और इसके चेयरमैन (Shankh Air Chairman) श्रवण कुमार विश्वकर्मा हैं. शंख एयर की वेबसाइट के मुताबिक, यह एयरलाइन हाई डिमांड और सीमित सीधी उड़ान विकल्पों वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी. साथ ही इस एयरलाइन का मकसद उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी कनेक्टिविटी को बढ़ाना है.
इंडिगो के दबदबे को देगी चुनौती
हालांकि वर्तमान में एविएशन सेक्टर में 60 प्रतिशत से ज्यादा की हिस्सेदारी के साथ इंडिगो का दबदबा है, लेकिन यदि शंख एयर अपने तय प्लान के अनुसार आगे बढ़ती है, तो इससे इंडिगो कुछ अहम रूट पर अपने यात्री खो सकती है.
तेजी से बढ़ रहा एविएशन सेक्टर
फिलहाल, इंडिगो समेत कई विमानन कंपनियां तेजी से विस्तार की रणनीति अपना रही हैं. ऐसे में ही एयर इंडिया जल्दी ही विस्तारा के साथ मर्जर होने वाली है, जो मौजूदा समय में टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस के सह-स्वामित्व में है. वहीं, एयरएशिया इंडिया को भी एयर इंडिया खरीद रही है और इसे अपनी कम लागत वाली सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ मर्ज कर रही है, जिससे एयर इंडिया का फ्लीट और मार्केट शेयर काफी बढ़ जाएगा.
छोटी एयरलाइंस की चुनौतियां
ऐसे में भारत जैसे प्राइस सेंसिटिव मार्केट में छोटी एयरलाइन के लिए सर्वाइव कर पाना थोड़ा मुश्किल है. इसका एक जीता जागता उदाहरण गो एयरलाइंस इंडिया लिमिटेड है. इसने पिछले साल मई में अपना कारोबार समेट लिया. वहीं, स्पाइसजेट भी वित्तीय चुनौतीयों से जूझ रही है. साल 2021 में जहां स्पाइसजेट का मार्केट शेयर 10.5 फीसदी था अब वो घटकर 2.3 फीसदी पर आ गया है.
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