Shri Jagannath Temple: ओडिशा के प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रशासन ने अपने कर्मचारियों के लिए नए नियम लागू किए हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य मंदिर के कामकाज को बेहतर बनाना और पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखना है. दरअसल, मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने हाल ही में इन नियमों की घोषणा की. उन्होंने बताया कि यह कदम मंदिर की पवित्रता और सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.
कर्मचारियों को देने होगी संपत्ति की जानकारी
मंदिर के नए नियमों के मुताबिक, सभी कर्मचारियों को 31 जनवरी 2025 तक अपनी संपत्ति की जानकारी देनी होगी. वहीं, जो कर्मचारी इन नियमों को पालन नहीं करेंगे, उनकी वेतन बढ़ोतरी, पदोन्नति और अन्य पुरस्कार रोक दिए जाएंगे. इस योजना में कुछ मुख्य शर्ते भी है, जैसे– काम के दौरान पान, गुटखा या कोई नशा करना पूरी तरह से वर्जित होगा. इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की हर तीन महीने में समीक्षा होगी, जिससे उनके काम का जायजा लिया जा सके.
इसलिए मंदिर प्रशासन ने लिया फैसला
इसके अलावा, मंदिर की संस्कृति को बनाए रखने के लिए, सभी कर्मचारियों को हर शुक्रवार पारंपरिक कपड़े पहनने होंगे. हालांकि कुछ विशेष वर्दी पहनने वाले कर्मचारियों को इससे छूट दी गई है. वहीं, मंदिर में काम के दौरान मोबाइल के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध ला दिया गया है, जिससे ध्यान भटकने से बचा जा सके और अनुशासन बना रहे.
कर्मचारियों को जिम्मेदार और अनुशासित बनाना है उद्देश्य
मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने कहा कि ये नियम कर्मचारियों को और भी जिम्मेदार और अनुशासित बनाने के लिए लागू किए गए है. इस नियम से मंदिर की पवित्र परंपराएं बनी रहेंगी और श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं मिलेंगी. दरअसल, नए नियमों से मंदिर प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि मंदिर के कर्मचारी मंदिर की परंपराओं और अनुशासन के साथ काम करें.
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