Railway Station: सिक्किम के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज यानी 26 फरवरी को सिक्किम के पहले रेलवे स्टेशन रेंगपो की आधारशिला रखेंगे. आजादी के बाद इस राज्य में पहली बार रेल पहुंचने वाली है. अलीपुरद्वार के डिप्टी रेलवे प्रबंधक ने बताया कि पीएम मोदी आज देश भर में 553 अमृत रेलवे स्टेशन की आधारशिला रखेंगे. बता दें कि इस प्रोजेक्ट को तीन फेज में पूरा किया जाएगा.
3 फेज में पूरा होगा प्रोजेक्ट
अलीपुरद्वार के उप रेलवे प्रबंधक अमरजीत अग्रवाल ने बताया कि ‘ये सिक्किम के पर्यटन के लिए एक अहम कदम है. सरकार की तरफ से ये प्रोजेक्ट 3 फेज में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में सेवोक से रंगपो तक, दूसरे चरण में रंगपो से गंगटोक तक और तीसरे चरण में गंगटोक से नाथूला तक स्टेशन तैयार किया जाएगा.’
ये एक महत्वपूर्ण परियोजना है
डिप्टी रेलवे मैनेजर ने कहा कि, ‘ये सिक्किम के लोगों के लिए कनेक्टिविटी का तीसरा तरीका है, अभी तक लोग सड़क और हवाई मार्ग से यहां की यात्रा करते थे. हालांकि इस परियोजना को 2024 तक पूरा किया जाना है, लेकिन बाढ़ और भूस्खलन जैसे कुछ दूसरी वजह से भी अब इसे पूरा होने की अवधि 2025 तक बढ़ा दी गई है. डीआरएम ने कहा कि सेवोक असम लिंक एक महत्वपूर्ण परियोजना है. यह सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन से 26 किमी दूर है. इस परियोजना के बाद, हम सेवोके स्टेशन को अपग्रेड करेंगे. सेवोके-रंगपो परियोजना 45 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना है.’
#WATCH | Sevoke, West Bengal: On the first railway project from Sevoke to Rangpo, Project Director Mohinder Singh says, “The Sevoke station is being upgraded under this project. Now it will have four platforms with five railway lines…The Sevoke-Rangpo project is 45 km long, out… https://t.co/bHszpFslgF pic.twitter.com/jdHmUtEY6b
— ANI (@ANI) February 25, 2024
‘खुदाई करना चुनौतीपूर्ण काम है’
वहीं, प्रोजक्ट डायरेक्टर मोहिंदर सिंह ने कहा कि, ‘सिक्किम राज्य का हिस्सा और साढ़े इकतालीस किलोमीटर पश्चिम बंगाल का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना में चौदह सुरंगें और तेरह प्रमुख पुल और नौ छोटे पुल शामिल हैं. परियोजना का साठ से पैंसठ प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और अगले महीने से हम ट्रैक का काम शुरू करेंगे. इस परियोजना का छियासी प्रतिशत काम सुरंग में है और सुरंग में खुदाई करना चुनौतीपूर्ण काम है. उन्होंने कहा कि इसे खोदना आसान नहीं है, क्योंकि चट्टानें बहुत मजबूत नहीं हैं. एक महीने में, हम पंद्रह मीटर खोदते हैं.’
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‘यात्रियों के लिए सुविधाजनक है’
प्रोजक्ट डायरेक्टर ने कहा कि,’तीस्ता बाजार स्टेशन एक अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन हो सकता है. यह सेवोके से रंगपो रेल परियोजनाओं के बीच आता है. इस स्टेशन के प्लेटफार्म की लंबाई छह सौ बीस मीटर है, जिस पर हम एक पूरी लंबाई की ट्रेन खड़ी कर सकते हैं. सिंह ने कहा कि हमारे पास आपातकालीन निकासी के लिए छह अतिरिक्त सुरंगें हैं. यह स्टेशन बहुत प्रासंगिक है, क्योंकि यह तीस्ता बाजार दार्जिंग को गंगटोक से जोड़ता है, इसलिए यह उन यात्रियों के लिए सुविधाजनक हो सकता है जिन्हें ड्रेनिंग या गंगटोक जाना होता है.’