Sriharikotan News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में इसरो के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में तीसरे लॉन्च पैड (TLP) की स्थापना को मंजूरी दे दी है. तीसरी लॉन्च पैड परियोजना में इसरो के अगली पीढ़ी के लॉन्च रॉकेट के लिए आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा लॉन्च इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना और साथ ही श्रीहरिकोटा में दूसरे लॉन्च पैड के लिए स्टैंडबाय लॉन्च पैड के रूप में सहायता प्रदान करना शामिल है. इससे भविष्य में चलाये जाने वाले भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान अभियानों के लिए लॉन्च क्षमता में भी वृद्धि होगी.
क्या बोले सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ?
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि इसके लिए कुल निधि की आवश्यकता 3984.86 करोड़ रुपये है और इसमें लॉन्च पैड और संबंधित सुविधाओं की स्थापना शामिल है. यह परियोजना उच्च प्रक्षेपण आवृत्तियों और मानव अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष अन्वेषण मिशनों को शुरू करने की राष्ट्रीय क्षमता को सक्षम करके भारतीय अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगी. वैष्णव ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने 3,985 करोड़ रुपये की लागत से तीसरे लॉन्च पैड को मंजूरी दे दी है. यह अंतरिक्ष अवसंरचना में देश के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. यदि आप पहले और दूसरे लॉन्च पैड को देखें, तो इसकी क्षमता उन दोनों से कहीं अधिक है.
कार्यान्वयन रणनीति और लक्ष्य: तीसरे लॉन्च पैड को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि यह यथासंभव न सिर्फ हमारे लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए अनुकूल हो, साथ ही न केवल एनजीएलवी को बल्कि सेमीक्रायोजेनिक स्टेज के साथ एलवीएम3 रॉकेट के साथ-साथ एनजीएलवी के स्केल अप कॉन्फ़िगरेशन को भी सपोर्ट कर सके. इसको तैयार करने का काम अधिकतम उद्योग भागीदारी के साथ पूरा किया जाएगा. इसरो द्वारा पहले लॉन्च पैड स्थापित करने के अनुभव का पूरा लाभ उठाया जाएगा और मौजूदा लॉन्च परिसर सुविधाओं को अधिकतम साझा किया जाएगा. टीएलपी को 48 महीने या 4 वर्ष की अवधि के भीतर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है.