Mauritius: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे हैं. विदेश मंत्री भारत-मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए मंगलवार को मॉरीशस पहुंचे. यहां एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने कहा कि भारत प्रगति और समृद्धि के लिए मॉरीशस का लगातार समर्थन करेगा. उसका साथ कभी नहीं छोड़ेगा. इससे पहले मॉरीशस के विदेश मंत्री मनीश गोबिन ने विदेश मंत्री हवाई अड्डे पर स्वागत किया.
विदेश मंत्री ने विभिन्न एमओयू पर किए साइन
यहां एक कार्यक्रम में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 12 विकास परियोजनाओं, शिक्षा, संस्कृति और अभिलेखागार के डिजिटलीकरण के उद्घाटन के साथ ही विभिन्न एमओयू साइन किए. इसके अलावा उन्होंने भारतीय मूल के लोगों को ओसीआई कार्ड भी सौंपे. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मॉरीशस के साथ भारत के मजबूत संबंध हैं. मॉरीशस के साथ द्विपक्षीय संबंध विदेश में भारत के विकास और सहयोग के लिए आदर्श हैं.
मॉरीशस की भारत ने हमेशा की है मदद
गौरतलब है कि भारत-मॉरीशस के बीच हमेशा से संबंध मजबूत रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि मॉरीशस की कुल जनसंख्या 1.2 मिलियन में 70 फीसदी भारतीय मूल के लोग हैं, जबकि 28 फीसदी लोग क्रियोल और तीन फीसदी लोग चीन मॉरीशियन और एक फीसदी लोग फ्रैंको मॉरीशियन हैं. भारत ने हमेशा से संकट के समय मॉरीशस की सबसे पहले मदद की है. कोविड-19 और तेल रिसाव संकट के दौरान मॉरीशस का सबसे बड़ा मददगार भारत रहा था. अप्रैल-मई 2020 में महामारी से निपटने के लिए मॉरीशस सरकार के अनुरोध पर भारत ने 13 टन दवाएं, 10 टन आयुर्वेदिक दवाएं और एक भारतीय रैपिड रिस्पांस मेडिकल टीम मॉरीशस भेजी थी.