Expressway: जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अक्टूबर में पहली कामर्शियल फलाइट उड़ान भरेगी. यह लगभग तय हो गया है. ऐसे में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर यात्रियों के बढ़ने वाले दबाव को देखते हुए वैकल्पिक रास्ता तैयार करने की तैयारी चल रही है. दिल्ली से बाया नोएडा एयरपोर्ट की नई सीधी कनेक्टिविटी देने के लिए करीब 32 किमी का एक नया एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा.
इसको लेकर नोएडा प्राधिकरण एनएचएआई के संपर्क में है. प्राधिकरण ने रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक्स सर्विस (RITES), एनएचएआई (NHAI) और सिंचाई विभाग के साथ यमुना किनारे नया एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए अध्ययन पूरी कर ली है.
15 जनवरी तक नई सड़क का ड्राफ्ट तैयार होने की उम्मीद
शहर में लगातार बढ़ती जनसंख्या और भविष्य को ध्यान में रखते हुए नए रूट पर काम किया जा रहा है. आने वाली 15 जनवरी को नई सड़क के डिजाइन का ड्राफ्ट तैयार होने की उम्मीद जताई गई है. 32 किलोमीटर के नए एक्सप्रेस-वे को दिल्ली बॉर्डर के नजदीक कालिंदी कुंज के पास सेक्टर-94 और सेक्टर-150 के बीच यमुना पुश्ता रोड के साथ बनाए जाने की तैयारी है. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा एंट्री प्वाइंट के पास से इसे यमुना एक्सप्रेस के साथ जोड़ने की योजना है. इसके बनने से दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट आने-जाने वालों को सहूलियत होगी. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे से वाहनों का भार भी कम हो जाएगा.
समिति ने 29 दिसंबर को सर्वे किया गया
पिछले वर्ष (2023) नवंबर में हुई मीटिंग के बाद सीईओ संजय खत्री, एनएचएआई (NHAI), सिंचाई विभाग व राइट्स (RITES) अधिकारियों के नेतृत्व में नौ सदस्यीय समिति का गठन फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए किया गया था. इस समिति ने 29 दिसंबर को सर्वे किया, जिसमें प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे को लेकर अलग-अलग पहलुओं से जांच हुई. संजय खत्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया से वार्ता में कहा कि एनएचएआई (NHAI) से जमीन की जरूरत पर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है, जिससे उन हिस्सों की पहचान की जा सके जिन्हें ऊंचा करना चाहिए.
RITES करेगा डिजाइन
सिंचाई विभाग की ओर से वर्तमान सड़क और जमीन की उपलब्धता पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. RITES इसे डिजाइन करेगा और अनुमानित लागत पर काम किया जा रहा है. नोएडा प्राकरण का सिविल डिपार्टमेंट प्रस्तावित सड़क को यमुना एक्सप्रेसवे के साथ जोड़ने की संभावना पर विचार कर रहा है. अगले हफ्ते तक ये सभी रिपोर्ट मिल सकते हैं. इसके बाद कम्पाइल रिपोर्ट जनवरी के मध्य तक एनएचएआई (NHAI) चेयरमैन के सामने रखी जाएगी. अधिकारियों के मुताबिक, नए रूट से सेक्टर-128, 135, 150, 151 और 168 के साथ ही ग्रेटर नोएडा सहित दूसरे रेहिडेंशियल सेक्टर के लिए भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी.
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