नई दिल्लीः आज देश उमंगल और उल्लालस के बीच 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर कोई 26 जनवरी के रंग में रंगा नजर आ रहा है. इस दौरान देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ पर भव्य झांकियां भी प्रस्तुत की गईं.
वहीं, अगर बात करें झारखंड की झांकी की तो यह इसलिए खास रही, क्योंकि इस झांकी में मशहूर बिजनेसमैन रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी गई. वहीं झारखंड की झांकी की इस बार थीम थी ‘स्वर्णिम झारखंड: विरासत और प्रगति की विरासत’. इस झांकी ने कई लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. इस दौरान महिला सश्क्तिकरण की भी झांकी में झलक देखने को मिली.
रतन टाटा देश के सच्चे रत्न थे. भारत की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया. टाटा समूह का मानद चेयरमैन बनने के बाद से उन्होंने स्वयं को भले ही दैनिक कारोबारी गतिविधियों से अलग कर लिया हो, लेकिन वह भारत की आर्थिक उन्नति को लेकर सक्रिय थे और इसीलिए उन्होंने कई स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में मदद की.
मालूम हो कि रतन टाटा ने 9 अक्टूबर 2024 को आखिरी सांस ली थी. झारखंड की झांकी का मुख्य आकर्षण जमशेदपुर रहा. जानकारी के लिए बता दें कि Steel City के नाम से इस शहर को जाना जाता है. जमशेदपुर के विकास में रतन टाटा की अहम भूमिका मानी जाती है. लोगों ने झारखंड की झांकी को काफी पसंद करते हुए उसकी सराहना की.
झारखंड की झांकी में औद्योगिक उपलब्धियों के अलावा झारखंड के पारंपरिक डांस, वहां की कारीगरी और कला को भी प्रस्तुत किया गया. मालूम हो कि झारखंड राज्य में आदिवासी कारीगर अपनी कारीगरी के लिए जाने जाते हैं.
इसलिए इस बार आदिवासी कलाकारों द्वारा बनाई गई सोहराई और खोबर पेंटिंग आकर्षण का केंद्र रही. वहीं, झारखंड की झांकी में वूमेन इम्पावरमेंट को भी प्रस्तुत किया गया. झांकी में बताया गया कि झारखंड में रोजगार पैदा करने के लिए महिलाओं का भी बड़ा योगदान है.