Pakistan: रावलपिंडी के अदियाला जेल के बाहर, जहां क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान अगस्त से बंद हैं, पाकिस्तान के पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर ने महासचिव उमर अयूब खान के साथ पत्रकारों को बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने विपक्षी गठबंधन का विस्तार करने का फैसला एक अहम बैठक के बाद लिया है.
इस दौरान असद कैसर ने ऐलान किया कि पुरानी सत्ताधारी पार्टी देश की मौजूदा सरकार के खिलाफ एक शक्तिशाली सरकार विरोधी आंदोलन चलाने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करेगी. उन्होंने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी में पार्टी का आगामी शक्ति प्रदर्शन पीटीआई संस्थापक और अन्य हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई के लिए मजबूत आवाज उठाने के उद्देश्य से किया जाएगा.
असद कैसर ने जोर देते हुए कहा कि यह देश केवल कानून और संविधान के अनुसार ही चलेगा. उन्होंने बिजली बिलों में भारी बढ़ोत्तरी को लेकर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि महंगाई से पीड़ित जनता के लिए बढ़े हुए बिजली बिल अस्वीकार्य हैं. पीटीआई नेता ने यह भी कहा कि वे बिजली बिलों में भारी बढ़ोत्तरी के खिलाफ रावलपिंडी के मुर्री रोड पर 26 जुलाई से चल रहे जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के धरने का समर्थन करते हैं.
हालांकि, इस पर जेआई के अमीर हाफिज नईम उर रहमान ने कहा है कि उनकी पार्टी पीटीआई द्वारा प्रस्तावित महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी, क्योंकि इतिहास बताता है कि विपक्षी दल ऐसे मंचों का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए करते हैं. नईम ने गुरुवार को कहा, हम कुछ मुद्दों पर विपक्षी दलों जैसा ही रुख रखेंगे और उनके साथ बैठकें करेंगे, लेकिन हम किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगे.
वहीं, पीटीआई महासचिव उमर अयूब खान ने लोगों से अपील किया कि वे 5 अगस्त को स्वाबी में होने वाली जनसभा में बड़ी संख्या में शामिल हों और पूर्व प्रधानमंत्री के साथ एकजुटता दिखाएं. पाकिस्तानी सेना के साथ बातचीत की मांग करने के लिए पीटीआई संस्थापक के खिलाफ आलोचना का जवाब देते हुए, अयूब ने कहा कि उन्होंने बातचीत के बारे में कोई चर्चा नहीं की. हालांकि, उन्होंने कहा कि इमरान खान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सेना राष्ट्र की है.
उन्होंने आगे कहा कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) सेना और राष्ट्र के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मामलों पर टिप्पणी करते हुए विपक्षी नेता ने कहा कि वे इमरान खान की रिहाई के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. अयूब ने तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले से कोई संबंध नहीं होने के बावजूद पूर्व प्रथम महिला बुशरा बीबी की रिहाई को रोकने के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) को दोषी ठहराया.