Philippines: शनिवार को मनीला में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस) शांगरी-ला डायलॉग के 21 वें संस्करण के लिए मुख्य भाषण देने वाले फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर फिलीपींस के पहले नेता बन गए. उन्होंने कहा कि आसियान के लिए फिलीपींस की प्रतिबद्धता इसकी विदेश नीति का एक मुख्य तत्व बनी रहेगी. मार्कोस ने भारत को अपना दोस्त बताते हुए कहा कि मनीला नई दिल्ली के साथ सहयोग जारी रखेगा.
जूनियर मार्कोस ने कहा, ‘हम अमेरिका के साथ अपने गठबंधन और ऑस्ट्रेलिया, जापान, वियतनाम, ब्रुनेई और आसियान के सभी सदस्य राज्यों के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेंगे.’
उन्होंने अन्य देशों के साथ निरंतर रणनीतिक साझेदारी की भी घोषणा की. इसके साथ ही न केवल रक्षा में, बल्कि पर्यावरण, आर्थिक, लोगों से लोगों के संबंधों और सतत विकास में भी भविष्य के सहयोग की भी इच्छा जताई.
अधिक मजबूत सहयोग बढ़ाएंगे भारत के साथ
राष्ट्रपति ने कहा, ‘हमारे सभी बहुपक्षीय संबंधों में, हम अपने अद्वितीय क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्यों के साथ वैश्विक बातचीत को जोड़ने का प्रयास करते हैं. हम कोरिया गणराज्य और भारत जैसे दोस्तों के साथ अधिक मजबूत सहयोग को आगे बढ़ाएंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने से दक्षिण एशियाई देशों के विकास पर सीधा प्रभाव पड़ेगा.
क्रॉस-स्ट्रेट मुद्दों में है हमारी रुचि
उन्होंने कहा, ‘इसी तरह पूर्वी एशिया की आर्थिक सुरक्षा दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में नौवहन की स्वतंत्रता और निर्बाध मार्ग और कोरियाई प्रायद्वीप एवं ताइवान जलडमरूमध्य की स्थिरता पर निर्भर करती है. भौगोलिक निकटता और ताइवान में फिलिपिनो की उपस्थिति के कारण क्रॉस-स्ट्रेट मुद्दों में हमारी रुचि है.’
बनी रहनी चाहिए शांति और स्थिरता
राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने कहा, ‘फिलिपिनो लोगों का ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारों पर लोगों के साथ भाईचारे के बंधन का एक लंबा इतिहास है. शांति और स्थिरता बनी रहनी चाहिए. इसलिए, हम सभी पक्षों से इस मुद्दे पर संयम बरतने का आग्रह करते हैं.’