US-Mexico Border: मंगलवार को अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर शरण मांगने वाले प्रवासियों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया है. मालूम हो कि अमेरिका में नवंबर में चुनाव होने जा रहे हैं.
कांग्रेस में द्विदलीसय सीमा सुरक्षा समझौते के विफल होने के बाद डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति कई महीनों से इस पर विचार कर रहे हैं. दरअसल, कई सारे रिपब्लिकन सांसदों ने संभावित रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर खारिज कर दिया था, बाइडन का यह आदेश दक्षिणी सीमा पर अतिक्रमण, प्रवासियों के शरण पर रोक लगाएगा.
प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो यह आदेश तब लागू होगा, जब प्रवेश में बंदरगाहों के बीच सीमा मुठभेड़ की संख्या प्रतिदिन 2500 हो जाएगी. मालूम हो कि दैनिक औसत लगभग इससे अधिक ही है. इसलिए यह आदेश तत्काल लागू किया जाएगा. यह प्रतिबंध दो सप्ताह तक प्रभावी रहेगा. जब तक कि प्रवेश के बंदरगाहों के बीच प्रतिदिन मुठभेड़ों की संख्या सात दिवसीय औसत के तहत 1,500 या उससे कम न हो जाए.
आदेश लागू होते ही जो भी प्रवासी सीमा पर पहुंचेंगे, लेकिन देश वापस लौटने का डर नहीं होगा, उन्हें कुछ ही दिनों या घंटों में संयुक्त राज्य अमेरिका से वापस भेज दिया जाएगा. इन प्रवासियों पर अगले पांच साल तक प्रतिबंध और संभावित आपराधिक मुकदमा भी सजा के तौर पर किया जा सकता है.
प्रतिबंध के दौरान हर शरणार्थी की जांच, अमेरिका शरण अधिकारी द्वारा की जाएगी. जांच में सफल होने के बाद यातना के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन सहित मानवीय सुरक्षा के अधिक सीमित रूपों का पालन कर सकते हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के आदेश को समझाते हुए प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि यह निर्देश ऐसे समय में आया है, जब दिसंबर से सीमा पर मिलने वाले प्रवासियों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है. वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि संख्या अभी भी बहुत अधिक है और बेहतर मौसम में आंकड़े बढ़ सकते हैं. जब मुठभेड़ की संख्या पारंपरिक रूप से बढ़ जाती है.