Ayodhya News: सीएम योगी ने पंच नारायण महायज्ञ में अर्पित की आहुति, बोले- ‘श्रीहरि की कृपा से संचालित है यह सृष्टि’

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को यूपी के अयोध्या पहुंचे. यहां उन्‍होंने हनुमानगढ़ी में दर्शन करने के बाद रामलला के दर्शन किए. इसके बाद वह धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने के लिए अशर्फी भवन पहुंचे. अशर्फी भवन के पास मंडप में आयोजित पंच नारायण महायज्ञ में सीएम योगी ने आहुति अर्पित की. इस दौरान सीएम योगी ने कहा, श्रीहरि की कृपा से यह सृष्टि संचालित है. अयोध्या धाम त्रेतायुग की अवधारणा को जिंदा कर रहा है.

पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत बढ़ रहा है आगे

विश्व मानवता को बचाना है तो सनातन धर्म को सुरक्षित रखना होगा. उन्‍होंने आगे कहा, विरासत को विस्मृत कर हम भौतिक विकास को नहीं बनाए रख सकते. विरासत और भौतिक विकास का समन्वय होना चाहिए. भारत की परंपरा इष्ट देवों, धर्म स्थलों, मान बिंदुओं से है. इन मूल्यों को याद कर आगे बढ़ेंगे तो भारत बना रहेगा. पीएम मोदी के नेतृत्व में नया भारत विकसित भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है. सीएम योगी ने कहा, विश्व मानवता को बचाना है, तो सनातन धर्म को सुरक्षित रखना होगा. सनातन धर्म सुरक्षित है तो सब सुरक्षित हैं.

सनातन धर्म में वसुदेव कुटुंबकम की कही गई है बात

कोई मत, मजहब नहीं है. इसमें सबके कल्याण की बात की गई हो. उन्‍होंने आगे कहा कि सनातन धर्म में वसुदेव कुटुंबकम की बात कही गई है. दुनिया के हर जाति, मत, मजहब, संप्रदाय के लोगों को विपत्ति के समय सनातन धर्म ने शरण दिया. लेकिन, आज दुनिया में हिंदुओं के साथ क्या हो रहा है? बांग्लादेश में क्या हो रहा है? हम सभी देख रहे हैं। पाकिस्तान-अफगानिस्तान में पहले क्या हुआ? उन्‍होंने कहा, कभी काशी विश्वनाथ तो कभी राम जन्मभूमि, मथुरा, संभल, हरिहर भूमि तो कभी भोज में मंदिरों को नष्ट किया जाता है, तोड़ा जाता है, अपवित्र किया जाता है.

सनातन धर्म ही कर सकता है दुनिया में विश्व शांति की स्थापना

जिन्होंने अपवित्र किया मंदिरों को उनके कुल वंश नष्ट हुए. दुनिया के अंदर विश्व शांति की स्थापना करना है तो सनातन धर्म ही कर सकता है. भारत के अंदर सनातन धर्म ही राष्ट्रीय धर्म है. इसकी रक्षा संरक्षण के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा. सीएम योगी ने कहा, अशर्फी भवन सैकड़ों वर्षों से अपनी परंपरा के लिए जाना जाता है. मंदिर आंदोलन को यज्ञ मानकर धार्मिक पीठों ने सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाया, जिसका परिणाम आज सबके सामने है. पांच फरवरी 2020 को पीएम मोदी के हाथों राम मंदिर की आधारशिला रखी गई, जबकि 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं. कौन ऐसा रहा होगा जिसकी आंखों में श्रद्धा के आंसू ना आए रहे हों. सीएम योगी ने कहा, काशी, अयोध्या में त्रेता युग की स्मृतियां जीवंत हो रही है। रामलला का आगमन हो गया है.

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