Ram Mandir News: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में भक्तों का तांता लगा हुआ है. हर दिन लाखों की संख्या में भक्त रामलला की दर्शन के लिए राम मंदिर आ रहे हैं. इस दौरान रामभक्त दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं. बता दें कि रामलला के दर्शन के दौरान भक्त जितनी बड़ी संख्या में दान कर रहे हैं, उससे गिनने के लिए 14 लोगों को लगाया गया है.
बताते चले की राम भक्त दानपेटी के अलावा कंप्यूटरकृट काउंटरों पर भी दिल खोलकर दान कर रहे हैं. राममंदिर में इस कदर दान मिल रहा है कि दिन मेें कई बार दान पेटियों को खोलना पड़ रहा है. दान के पैसों को गिनने के लिए बैंक के 11 स्टाफ और 3 मंदिर के कर्मचारी को लगाया गया है.
25 लाख से अधिक लोगोें ने किया दर्शन
गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. यानी आज 03 फरवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के 13 दिन बीत चुके हैं. रामलला के दर्शन के लिए न केवल भक्तों के आने का सिलसिला जारी है. बल्कि उसी हिसाब से भक्त दान भी कर रहे हैं. राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक करीब 25 लाख से अधिक रामभक्तों ने रामलला का दर्शन कर लिया है.
जानिए कितना मिला दान
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, 22 जनवरी से 1 फरवरी तक राम मंदिर में मौजूद दान पेटियों में रामभक्तों की ओर से 8 करोड़ रुपए से अधिक दान आए हैं. जबकि करीब 3.50 करोड़ रुपए ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं. बता दें कि रामलला के गर्भगृह के सामने दर्शन पथ के पास बड़े-बड़े आकार की चार दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें मंदिर आने वाले रामभक्त दान कर रहे हैं. इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान कर रहे हैं. रामलला के गर्भगृह में रखीं दान पेटियां जल्दी भर जाती हैं, जिसे दिन में कम से कम 2 बार खाली करनी पड़ती है.
जानिए कैसे होता है हिसाब-किताब
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता के अनुसार, चारों दान पेटियों में आए चढ़ावे का हिसाब रखने के लिए एक टीम गठित की गई है, जिसमें बैंक के 11 कर्मचारी और मंदिर ट्रस्ट के 3 कर्मचारी शामिल हैं. ये लोग अलग-अलग काउंटरों पर मौजूद रहते हैं और दान पेटियों में आए चढ़ावे का हिसाब रखते हैं. सभी बैंक कर्मचारी दान का पैसा गिनते हैं और हर रोज शाम को राम मंदिर ट्रस्ट कार्यालय में दान के पैसे को जमा कर देते हैं. ये पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होती है.
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