Varanasi: बाबा विश्वनाथ ने अपने आराध्य प्रभु श्री राम का सूर्याभिषेक देखा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में अयोध्या से रामलला के सूर्याभिषेक का सीधा प्रसारण किया गया, जिसे बड़े तादात में भक्तो ने देखा। इस मौके पर श्री काशी विश्वनाथ धाम जय श्री राम और हर -हर महादेव के उद्घोष से गुंजायमान रहा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में अखण्ड रामायण के समापन के साथ मंदिर चौक में स्थापित कलश पूजा का समापन 9 मातृ शक्ति द्वारा नवमी यज्ञ के साथ किया गया। नवरात्रि के समापन पर रामनवमी पर्व पर काशी के मंदिरों में भक्तों की कतार लगी रही और सामूहिक भजन कीर्तन हुआ।
प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव रामनवमी पर महादेव की नगरी काशी में सुबह से ही जय श्री राम का जयकारा लगता रहा । प्रभारी सांस्कृतिक अधिकारी डॉ राम नरेश पाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा 10 प्रमुख मंदिरों में अखंड रामायण पाठ और भजन कीर्तन का भव्य आयोजन हुआ। जिला प्रशासन ने जन सहयोग से भी रामनवमी के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित करवाए है।
श्री काशी विश्वनाथ न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि विश्व के समस्त धार्मिक विचारों में मात्र सनातन धर्म में ही स्त्री आराधना की परंपरा है। धार्मिक विचारों में नारी शक्ति के पूज्य होने के इसी सनातन विश्वास के समादर में आज चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिनिधि 9 मातृ शक्ति को मुख्य याजक के रूप में आमंत्रित कर नवमी यज्ञ संपन्न किया गया। दोपहर बारह बजे अयोध्या धाम में संपन्न हुए श्रीराम के सूर्यतिलक कार्यक्रम का सजीव प्रसारण मंदिर चौक में स्थापित एल ई डी पर किया गया।
शक्तिपीठ विशालाक्षी मंदिर ,दुर्गामंदिर दुर्गाकुंड ,ललिता देवी ,शीतला माता ,संकठा मंदिर,अस्टभुजी मंदिर,अन्नपूर्णा मंदिर,आदि प्रमुख,मंदिरो के साथ ही सभी शक्ति मंदिरो और शिव मंदिरो में भी भक्तो का जबरदस्त आस्था का सैलाब उमड़ा रहा। माँ गंगा के गोद में भी श्री राम कथा मंदाकनी शोभा यात्रा तुलसी घाट से राजघाट तक निकली गई। इसके अलावा शहर में कई स्थान से शोभा यात्रा निकाली गई।