Gautam Buddha Nagar: गौतमबुद्ध नगर जिले में प्लॉट अलॉटमेंट को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. 14 साल के इंतजार के बाद आखिरकार नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी की औद्योगिक भूखंड आवंटन नीति एक समान होने जा रही है. अब तीनों प्राधिकरण में एक ही इंडस्ट्रियल प्लॉट अलॉटमेट नीति होगी. बृहस्पतिवार को नोएडा अथॉरिटी की बोर्ड मीटिंग में इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया. जल्द ही ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी भी इसे बोर्ड मीटिंग में पास करेगी.
कैसे होगा आबंटन
नई अलॉटमेंट पॉलिसी के तहत 8,000 वर्ग मीटर तक के प्लॉट नीलामी से उद्योग लगाने वालों को आबंटित किए जाएंगे. इससे अधिक क्षेत्रफल वाले प्लॉट ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया के आधार पर इंटरव्यू के जरिए आबंटित किए जाएंगे.
तीनों अथॉरिटी के लिए एक नियम
मालूम हो कि गौतमबुद्ध नगर के तीनों प्राधिकरण में ऐसी नीति बनाने के लिए 2010 से कोशिश की जा रही थी. नोएडा में नई नीति लागू होने के बाद जिन उद्यमियों ने प्लॉट लेने के बाद इंडस्ट्री नही लगाई है और उन पर बकाया भी है, तो पहले उन्हें अंतिम अवसर दिया जाएगा. इसके बाद प्लॉट निरस्त कर दिया जाएगा. बोर्ड मीटिंग की अध्यक्षता मुख्य सचिव व प्रदेश के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए की. इस दौरान तीनों अथॉरिटी के सीईओ मौजूद रहे.
बनेगी नई पॉलिसी
जिले मे लंबे समय तक बंद रही पावर ऑफ अटॉर्नी डीड प्रक्रिया चालू होने के बाद भी नोएडा में हजारो फ्लैटो की रजिस्ट्री लटकी है. बड़ी संख्या में लोगों ने ब्लड रिलेशन या उसके बाहर अपनी संपत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी दी हुई है. इनके घरों की रजिस्ट्री में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए नई नीति बनाने का फैसला लिया गया.
इसके अलावा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी क्षेत्र में 500 एसी ई-बसो चलाई जानी है. नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड मीटिंग में 300 के संचालन पर मुहर लगाने के साथ इनके प्रस्तावित रूट पर सैद्धांतिक परमिशन दे दी गई.
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