प्रयागराजः मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे. सबसे पहले सीएम ने नैनी स्थित बायो सीएनजी प्लांट का अनावरण किया एवं फाफामऊ स्थित स्टील ब्रिज का शुभारंभ किया. इसके बाद उन्होंने महाकुंभ कार्यों का निरीक्षण किया. घाटों की स्थिति देखी और गंगाजल का आचमन भी किया.
सीएम योगी ने बड़े हनुमान मंदिर में टेका मत्था
बड़े हनुमान मंदिर में मत्था टेकने के बाद सीएम ने मेला प्राधिकरण के सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बहुत समय से संतों द्वारा शाही स्नान के नए नामकरण की मांग का स्मरण कराया. साथ ही घोषणा किया कि महाकुंभ में शाही स्नान अब अमृत स्नान के नाम से जाने जाएंगे.
बैठक के दौरान कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने महाकुंभ के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 200 सड़कों का कार्य पूरा हो चुका है. इसमें फ्लाईओवर के कार्य भी शामिल हैं. शहर और बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन पर होल्डिंग एरिया बनाने का काम पूरा हो चुका है.
मेला क्षेत्र में दो से तीन किलोमीटर पर पार्किंग का कार्य किया गया है, पांटून ब्रिज 30 की संख्या में बनाए गए हैं, 28 पूरी तरह से तैयार हैं. 12 किलोमीटर का अस्थाई घाट भी बनकर तैयार है, चकर्ड प्लेट 530 किलोमीटर के दायरे में बिछाई जा चुकी है. शुद्ध पेयजल की लाइन बिछाई जा चुकी हैं. सात हजार से अधिक संस्थाएं आ चुकी हैं और डेढ़ लाख से अधिक टेंट लगाए जा रहे हैं.
महाकुंभ मेला को लेकर प्रयागराज रेल मंडल ने अपनी लगभग सभी तरह की प्लानिंग और तैयारियां पूरी कर ली हैं. इसके साथ ही मुख्य स्नान पर्वों जैसे मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा के दिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से प्रयागराज रेल मंडल के सभी स्टेशनों पर प्रवेश और निकास के प्लान तैयार कर लिए गए हैं.
स्टेशन परिसर में श्रद्धालुओं को किसी तरह की अफरा-तफरी और समस्याओं से बचाने के लिए अलग रास्ते बनाए गए हैं.
महाकुंभ में आने वाले लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं में से लगभग 10 से 12 करोड़ श्रद्धालु ट्रेनों से आएंगे. प्रयागराज रेल मंडल अनुमान के हिसाब से महाकुंभ के दौरान 3000 मेला स्पेशल ट्रेनों के साथ कुल लगभग 13000 ट्रेनें चलाने की योजना पर काम चल रहा है. मुख्य स्नान पर्वों के दिन प्रयागराज जंक्शन में प्रवेश केवल सिटी साइड, प्लेटफार्म संख्या एक की ओर से दिया जाएगा और निकास सिविल लाइंस साइड की ओर से ही होगा.
अनारक्षित यात्रियों को दिशावार, उनके गंतव्य स्टेशन के हिसाब से यात्री आश्रय स्थलों के माध्यम से सही ट्रेन और उसके प्लेटफार्म की ओर ले जाया जाएगा. वहीं, आरक्षित या पहले से रिजर्वेशन कराए हुए यात्रियों को प्रयागराज जंक्शन के सिटी साइड से गेट नंबर-5 से अलग से प्रवेश कराया जाएगा.
इसी तरह नैनी जंक्शन पर प्रवेश केवल स्टेशन रोड से दिया जाएगा और निकास केवल मालगोदाम की ओर दूसरे प्रवेश द्वार से होगा. प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्रवेश केवल प्रयागराज-मीरजापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से तो निकास केवल जीईसी नैनी रोड की ओर से कराया जाएगा.