राहुल गांधी से अभी अलग नही हुई है विदेशी मानसिकता: डॉ दिनेश शर्मा

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Delhi/Lucknow: उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी से विदेशी मानसिकता अभी अलग नही हुई है और उनका पारंपरिक गुण प्रकट हो रहा है। डा. शर्मा ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे लोकसभा में नेता विपक्ष सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर टिप्पणी करने को एक पत्रकार द्वारा कहा गया जिसमें उन्होंने अमेरिका में चीन और पाकिस्तान की तारीफ की है तथा कहा बताते हैं कि भारत विकसित देश नही है। उन्होंने कहा कि ’’राहुल जब भी बाहर जाते हैं तो वे येन केन प्रकारेण भारत को गाली देते हैं।उन्हे अटल जी ऐसे वरिष्ठ नेताओं से सीख लेनी चाहिए कि विदेश में जाकर अपने देश  की किस प्रकार तारीफ करना चाहिए। अमेरिका में जाकर यह कहना कि आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में है उनकी विदेशी सोंच को स्पष्ट करता है।’’
उन्होंने आगे कहा कि ’’राहुल को यह पता नही है कि भारत आज तेजस जैसा विमान बना रहा है । दुनिया में सबसे ज्यादा नंबर तो स्थान पर मोबाइल का उत्पादन ,व  अमेरिकन पिस्टल भारत बना रहा है तथा अंतरिक्ष के क्षेत्र मे ंतो भारत सबसे आगे है। अंतरिक्ष में आज जितना भारत ने प्रयोग किया है उतना किसी देश ने नही किया है। अंतरिक्ष की टेक्नालाॅजी में आज अमेरिका भारत का सहयोग लेता है।उन्हें भारत की प्रतिभा इसलिए दिखाई नही पड़ती कि उनके विदेशी मानसिकता का चश्मा लगा हुआ है। कभी वह चश्मा चीन का हो जाता है तो कभी वह चश्मा अमेरिका का हो जाता है। वह गलतफहमी के शिकार हैं।’’
डा0 शर्मा ने आगे कहा कि ’’राहुल यह समझते हैं कि महाशक्तियों के सहयोग से पाकिस्तान की इमरान की सरकार बदल गई। महाशक्तियों के सहयोग से बांगला देश ,नेपाल और अफगानिस्तान में सरकार बदल गई। इन देशों में अस्थिरता का वातावरण बन गया, उनकी पार्टी के नेता कहते हैं कि जो बांगला देश  में हुआ वह भारत में होगा।
उनकी यह भी गलतफहमी है कि महाशक्तियां भारत में अस्थिरता पैदा करके तख्ता पलटने का साहस करेंगी  और यदि करेंगी तो यहां मुंहतोड़ जवाब मिलेगा क्योंकि यह बांगला देश नही है और ना ही यह पाकिस्तान है।ऐसा लगता है  िकवे ख्वाब देखते देखते महाशक्तियों का खिलौना बनते जा रहे हैं।’’ पत्रकार ने जब उनके अमेरिका में दिये गए बयान के उस भाग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहा गया जिसमें उन्होंने कहा बताते हैं कि संध और आर एस एस चाहता है कि महिलाएं घर की चहारदीवारी के अन्दर कैद रहें तो कहा कि उन्हें संघ की स्वयंसेविकाओं के बारे में पता ही नही है। यदि वे राष्ट्र सेविका समूह   या दुर्गावाहनी की कार्यप्रणाली को देखे तो उन्हें असलियत का पता लग जाएगा।
डा. शर्मा का कहना था कि ’’राहुल को को आरएसएस का अध्ययन करना चाहिए। वे उसके बाद वायनाड जायें क्योंकि वहां पर जो संकट आया था उसमें राष्ट्र सेविका समूह कार्यत्र्रियों  और दुर्गावाहनी ने मुस्लिम महिलाओं की कितनी मदद की। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का अध्ययन करने के लिए बु़द्धिमता की जरूरत है। कांग्रेस के पास एक ही प्रलाप है  िकवह मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष मानती है।आरएसएस पर कहां पर वार किया जाय- भारत में किया जाये या विदेशों में किया जाए इसका कोई अवसर राहुल गांधी छोड़ते नही है। मैं समझता हूं  िकवे संघ की जितना अधिक आलोचना करेंगे उतना ही संघ मजबूत होगा।’’ एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सांसद शर्मा ने कहा कि कुछ विदेशी शक्तियां, कुछ भारत से खदेड़े गए एनजीओ, सत्ता का सपना देखनेवाले तथा कथित राजनेता और विपक्षी राजनीतिक दल भारतवर्ष में अस्थिरता का सपना देख रहे हैं।
वे किसी न किसी प्रकरण में कभी देश के उद्योगपतियों को बदनाम करके कभी झूठी आरक्षण बदले जाने की अफवाह उड़कर और कभी संविधान बदले जाने की बात कहकर देश में अस्थिरता पैदा करने का प्रयत्न करते हैं अब वह रेलवे में ही अभूतपुर प्रगति को देख नहीं पा रहे हैं रेलवे आज बदल गया है । वंदे भारत  ट्रेन उनकी आंखों का कांटा बन गई है। जानबूझकर सामाजिक तत्व  रेलवे को निशाना नही बना रहे हैं अपित वे यहां के लोगों की जनहानि दिखाकर यह संदेश देना चाहते हैं कि यहां सब कुछ बिगड़ गया है। यह मोदी का युग है ।ऐसे तत्व निश्चित रूप से दंड के पात्र बनेंगे। अपराधी कहीं भी हो या आतंकी को अप्रत्यक्ष सहयोग  देने वाले हो वह बचनेवाला नही है। सांसद शर्मा से जब पूछा गया कि गुजरात में जब दुर्गापूजा या गणेश पूजा होती है तो  पथराव होता है पर अन्य धार्मिक कृतयों  पर पथराव नही होता तो उन्होंने कहा किकुछ ऐसे सिरफिरे लोग हैं जिनमें धर्मान्धता में दूसरे धर्म का सम्मान करने की जो प्रबृत्ति होनी चाहिए नही होती है। ऐसी सोचवाले असामाजिक तत्व चाहे किसी भी धर्म के क्यों ना हो गुजरात सरकार उनसे सख्ती से निपटना जानती है।

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