विकास कार्यों ने पूर्वांचल में कारोबार की दिशा और दशा को दी उन्नति

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Varanasi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाकर मूलभूत ढांचे में सुधार किया, इससे यूपी में उद्योग धंधों की राह आसान हो गई। विकास कार्यों ने पूर्वांचल में कारोबार की दिशा और दशा बदल दी है। आर्थिक उन्नति के मार्ग पर अग्रसर पूर्वांचल का विकास राजस्व संग्रह में साफ दिख रहा है। पिछले तीन वर्ष की बात करें तो वाराणसी मंडल सहित पूर्वांचल के अन्य छह जिलों का जीएसटी संग्रह लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2023 -24 के मुक़ाबले 2024 -25 में पूर्वांचल के 10 जिलों को मिलाकर 403.99 करोड़ रूपये अधिक का जीएसटी संग्रह हुआ है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, जीबीसी और इन्वेस्ट यूपी ने उत्तर प्रदेश में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बनाया है। इसका लाभ कारोबारी व उद्योगपति उठा रहे हैं। वाराणसी के अपर आयुक्त, राज्य कर मिथिलेश कुमार शुक्ल ने बताया कि काशी में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी,  नए उद्योगों के स्थापित होने समेत पूर्वांचल में बिज़नेस के बेहतर माहौल ने जीएसटी संग्रह में सकरात्मक भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि वाराणसी प्रथम जोन और द्वितीय जोन के अंतर्गत आने वाले 10 जिलों वाराणसी, जौनपुर, गाज़ीपुर, चंदौली, आजमगढ़, मऊ, बलिया, मीरजापुर, सोनभद्र, भदोही में वर्ष 2023-24 के मुक़ाबले 2024 -25 में 9.42 प्रतिशत अधिक जीएसटी प्राप्त हुआ है।

पिछले तीन वर्ष में पूर्वांचल के 10 जिले का जीएसटी संग्रह 

2024 -25 —- 4694.74 करोड़
2023-24- —- 4290 .75 करोड़
2022 -23—–3749.92 करोड़

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