Gyanvapi Case: सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के आदेश पर वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने की सफाई शनिवार की सुबह 9:30 बजे से शुरू हो गई है. वजूखाने की सफाई जिलाधिकारी एस. राजलिंगम,आला अधिकारियों व हिंदू और मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ताओं की मौजूदगी में शुरू हुई. सील वजूखाने से मृत मछलियों को बाहर निकाला जाएगा और जिंदा मछलियां अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन को सौंपी जाएगी.
सफाई में लगी 26 सफाईकर्मियों की टीम
ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाने की सफाई के लिए नगर निगम द्वारा 26 सफाईकर्मियों की टीम लगाई गई है. इसके अलावा मत्स्य विभाग और जलकल की टीम भी लगी हुई है. यह टीम मजिस्ट्रेट की निगरानी में वजूखाने की सफाई कर रही है. वजूखाना का पूरा पानी पंप की मदद से बाहर निकाला जाएगा. इसके बाद उसकी काई और गंदगी को साफ कर उसमें चूने का छिड़काव होगा.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जिला प्रशासन ने कहा कि वजूखाने की सफाई का काम दो से ढाई घंटे में पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के बाहर स्थानीय पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं. वहीं, जिला प्रसाशन की ओर से ज्ञानवापी में मां श्रृंगार गौरी मामले के वादी पक्ष और मसाजिद कमेटी के दो-दो प्रतिनिधियों को मौजूद रहने की इजाजत दी गई है.
दोनों पक्ष के साथ हुई थी बैठक
बता दें कि ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाने की सफाई का निर्णय जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने मंदिर व मस्जिद पक्ष के साथ हुई बैठक में लिया. बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और दोनों पक्ष सफाई के लिए राजी हो गए. जिलाधिकारी के मुताबिक, दोनों पक्षों की सहमति के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी के वजूखाने की सफाई के लिए नगर निगम को निर्देश दिया गया है. वजूखाने में मौजूद मछलियों को कहीं और ले जाने के लिए अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद को कहा गया है.
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