Gyanvapi Survey: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने सोमवार को ज्ञानवापी परिसर में हुए सर्वे की रिपोर्ट जिला जज की अदालत में सीलबंद लिफाफे में पेश की. मुस्लिम पक्ष ने इससे पहले ही इसे लेकर कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था.
मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में आवेदन देकर की थी मांग
मुस्लिम पक्ष ने रिपोर्ट पेश करने से पहले कोर्ट में आवेदन देकर मांग की थी कि वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में हुए सर्वे की रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में एएसआई पेश करें. कहा है कि बगैर हलफनामे के किसी को भी रिपोर्ट सार्वजनिक करने की इजाजत न दी जाए.
एएसआई ने रिपोर्ट दाखिल करने के लिए मांगा था समय
मालूम हो कि बीते 11 दिसंबर को एएसआई की ओर से कहा गया था कि सुपरिटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट अविनाश मोहंती का ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ने और तबीयत खराब होने की वजह से वह अदालत में पेश होकर रिपोर्ट दाखिल कर पाने में असमर्थ हैं. इसलिए रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय और दिया जाए. इस पर जिला जज की अदालत ने एक सप्ताह की मोहलत और देते हुए रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 18 दिसंबर की तिथि नियत की थी.