Jhansi News: उत्तर प्रदेश के झांसी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर पोस्टमार्टम हाउस भी सुरक्षित नहीं है. आलम ये है कि लगातार पोस्टमार्टम हाउस में ऐसी घटनाए सामने आती है जो स्वास्थ विभाग की पोल खुल ही जाती है. हाल ही में पोस्टमार्टम हाउस में शव को दिखाने के लिए पैसे के लेन देन का मामला सामने आया था. जिसने यहां की पोल खोली थी. अब यहां से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानने के बाद आप हैरत में पड़ जाएंगे.
बता दें कि पोस्टमार्टम हाउस रखे शव भी सुरक्षित नहीं है. दरअसल, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यहां पर आए एक पीड़ित ने रोते हुए बताया कि उसका भाई डिप्रेशन का शिकार रहता था, जिसके आवेश में उसने विषाक्त पदार्थ खा लिया था और उसकी मौत हो गई है. मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था. आज सुबह जब मृतक के परिजन शव को देखने आए तो पता चला कि शव के चेहरे पर खून के निशान दिख रहे हैं. पास जाकर पता चला कि शव की आंखों के ऊपर कुछ जंगली जानवरों ने नोच डाला है.
पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि झांसी के मुर्दाघर के हालात बद से बदतर है जहां पर सुरक्षा के कोई भी इंतजाम नहीं है. पीड़ित का कहना है कि झांसी के पोस्टमार्टम हाउस में न तो सफाई रहती है वहीं, चारों ओर खूंखार आवारा कुत्ते घूमते है जिसकी तस्वीरे सामने दिख रही है.
इस घटना की जानकारी होने के साथ मौके पर रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉक्टर सचिन माहौर पहुंचे. उन्होंने पहले पीड़ित परिजनों से मुलाकत की और पूरे पोस्टमार्टम हाउस का निरीक्षण किया. बाद में उन्होंने इस संबंध में मीडिया से बातचीत की. मीडिया से बातचीत करते हुए सीएमएस डॉक्टर सचिन माहौर ने कहा कि इसमें पूर्णतः विभाग की गलती है.
उन्होंन पोस्टमार्टम हाउस के आस पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि मृतकों के शवों को रखने के लिए 5 बॉक्स का इंतजाम कर लिया गया है, जो एक से दो दिन में आ जाएगी. वहीं, एक फ्रीजर की भी व्यवस्था की गई है, जिनको जल्द से जल्द मुर्दाघर में रख दिया जाएगा.
रिपोर्ट- विवेक राजौरिया