UP News: राज्यसभा सांसद डा दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा- कांग्रेसियों में हार के अंदेशे से बढी रही है झुंझलाहट

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
UP News: महाराष्ट्र भाजपा के चुनाव प्रभारी , राज्यसभा सांसद तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख पास आने के साथ ही कांग्रेस के नेताओं में झुंझलाहट  बढ रही है। चुनाव में हार के अंदेशे के चलते  बौखलाई कांग्रेस  अब   चुनावी राजनीति में राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद को लेकर भी टीका टिप्पणी कर रही है। ऐसा करने वाले  वहीं लोग है जिन्होंने अपनी सरकार के  समय में  भी  एक अध्यादेश को फाडकर प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को भी तार तार कर दिया था। कांग्रेस संविधान की  धज्जियां उडाने  में  चैम्पियन रही है। इमरजेन्सी लगाना  तथा चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त करना कांग्रेस सरकारों  की पहचान रही है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान के बारे में प्रधानमंत्री का स्पष्ट मत है कि बाबा साहेब का संविधान देश की आत्मा है। इसे बदला अथवा हटाया नहीं जा सकता है।  विरोधी दल संविधान को लेकर  भाजपा के खिलाफ  दुष्प्रचार कर रहे हैं पर जनता उनकी बातों में आने वाली नहीं है।

महाविकास अघाडी को सनातन और विकास विरोधी बताते हुए  डा शर्मा ने कहा कि यह समूह जनता के हितो पर डाका डालने के लिए सत्ता में आने की साजिश कर रहा है। आने वाले समय में प्रधानमंत्री मोदी  पहले से भी अधिक बहुमत से देश की कमान संभालेगे। चुनाव प्रभारी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह है तथा उनमें पार्टी के लिए अधिक से अधिक कार्य करने की होड लगी हुई है। यह ऐसा चुनाव है जिसे जनता लड रही है और जनता के मन में मोदी हैं।
चुनाव में एक ओर राष्ट्रवादी ताकत है तो दूसरी ओर परिवारवादी लोगों का जमावडा है। आज उद्धव ठाकरे आदित्य के लिए तो शरद पवार सुप्रिया के लिए वहीं सोनिया गांधी राहुल और प्रियंका के लिए परेशान हैं। इन्हे जनता की कोई चिन्ता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए पूरा देश ही परिवार है और वह देशवासियों के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं।

एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे को सनातन तथा हिन्दुत्व विरोधी करार करते हुए उन्होंने कहा कि जो राम और बाबा साहेब की विरोधी कांग्रेस को अपना चुका हो वह तो खुद ही सनातन विरोधी हो जाता है। यही उद्धव ठाकरे हैं जिनके सीएम रहते राम मंदिर के शिलान्यास पर खुशी मनाने वाली जनता पर कार्रवाई हुई तथा हनुमान चलीसा का पाठ करते वाले सांसद पर भी कार्रवाई की गई थी। इससे साफ है कि अब सनातन और हिन्दुत्व से उद्धव का  दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं रहा है। वे पूरी तरह से राम विरोधी कांग्रेस के रंग में रंग चुके हैं।
उद्धव ठाकरे पर विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद जनता के जनादेश के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस , रांकपा पवार तथा उद्धव की शिवसेना  चुनाव में अब तक की सबसे बडी हार का सामना करने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र से इंडी गठबंधन का सफाया हो जाएगा। डा शर्मा ने कहा कि पार्टी का संकल्प पत्र  भारत के सुनहरे भविष्य का दर्पण है। इसमें 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने का रोड मैप प्रस्तुत किया गया है। इसमें कही गई एक एक बात पीएम मोदी की गारंटी है। जनता ने देखा है कि मोदी की गारंटी हर कीमत पर पूरी होती है और आने वाले समय में ये गारंटी भी देश और देश के लोगों  के भविष्य को संवारने का कार्य करेंगी। संकल्प पत्र में  युवाओं के रोजगार की चिन्ता को दूर करने का रोड मैप है। आने वाले समय में निवेश के द्वार खोलकर नौकरियों के अवसर बढाए जाएंगे।
गरीब की थाली को भी सुरक्षित करने का इंतजाम होगा। पहली बार ऐसा होगा कि सब्जी और फलों के दाम भी नियंत्रण में रखे जाएंगे। मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में  70 साल से अधिक के बुजुर्गों  को आयुष्मान का कवच देकर उनके स्वास्थ्य की चिन्ता  करेगी । किसान की फसल उसके लिए लाभकारी बनी रहे इसलिए एमएसपी की समय समय पर समीक्षा की जाएगी। देश के मजदूरों की मजदूरी भी उनके श्रम के अनुरूप रहे इसका भी इंतजाम किया जाएगा। डॉ शर्मा ने आज अमरावती लोकसभा क्षेत्र की भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी नवनीत राणा के समर्थन में कोर ग्रुप और चुनाव संचालन समिति के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया तथा लोकसभा क्षेत्र के महायुति के प्रमुख सीपी अजीत पवार दादा तथा शिवसेना शिंदे के पदाधिकारी के साथ भी बैठक की उन्होंने तमाम अन्य दलों से जुड़े तथा विभिन्न संगठन लोगों से भेंट की तथा प्रेस वार्ता को संबोधित किया बैठक में सांसद अनिल बोंडे विधायक प्रवीण पोटे पूर्व अध्यक्ष किरण पातुलकर चुनाव प्रभारी निवेदिता चौधरी प्रदेश महामंत्री जयंत देहांकर भी उपस्थित थे।

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