Lucknow/Delhi: उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत के पड़ोसी देशों से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं और बांगला देश तेा भारत का मित्र देश रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के समय वहां पर धर्मनिरपेक्ष राज्य की स्थापना हुई थी। वहां पर हिन्दुओं पर अत्याचार न हो इसके लिए प्रयास करना भाजपा और सरकार का कर्तव्य है और सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है।पत्रकारो से बातचीत के दौरान सलमान के हाल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डा.शर्मा ने कहा कि मोदी के रहते उनका सपना पूरा नहीं होने वाला है।
मोदी के नेतृत्व के रहते कोई भी महाशक्ति भारत की ओर आंख उठाकर देख नही सकती।उन्होंने कहा कि भारत में अराजकता फैलानेवालों के सपने पूरे नही हो सकते। सांसद शर्मा से संसद मे लाए गए वक्फ बोर्ड में संशोधन संबधी बिल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने का जब अनुरोध किया गया तो उन्होंने कहा कि यह बिल अंग्रेजों के जमाने से है तथा यदि सरकार इसमें सुधार लाने संबंधी विधेयक लाई है तो इसमें अनुचित क्या है।
सुधार तो किसी भी पुराने नियम में किया जा सकता है। इसका यह तात्पर्य नही है कि किसी के धर्म का अनादर करना है। संपत्तियां को यदि सदुपयोग करने की बात सरकार करती है तो इसमें अनुचित क्या है। डा.शर्मा का ध्यान जब ओबेसी के उस बयान की ओर आकर्षित किया गया जिसमें उन्हेंानंे कहा बताते है कि सरकार मुस्लिमों की संपत्ति लूटना चाहती है तो सांसद शर्मा ने कहा कि ओवेसी की गलतफहमी यह है िकवे रहते हिंदुस्तान में हैं और सपना इस्लामी राज का देखते हैं। यह धर्म निरपेक्ष देश है यहां पर हिन्दू मुस्लिम दोनेा के धर्मों का सम्मान है।
उनसे जब पूछा गया कि बिल पर सपा और इन्डिया गठबंधन के विभिन्न दलो ने एतराज किया है तो डा.शर्मा ने कहा कि यदि वक्फ में संपत्तियां है और उनका उपयोग गरीब पिछड़े मुसलमानों और महिलाओं के कल्याण के लिए किया जाता है तो इसमें हर्ज क्या है। डॉ शर्मा ने कहा की तमाम मुस्लिम संगठन तथा धर्मगुरु लगातार वक्त बोर्ड की तमाम संगतियों मैं सुधार की मांग करते आ रहे हैं यह बिल उन्नति समन्वय के लिए है विपक्ष अनावश्यक फिर से अफवाह फैलाना चाहती है।