UP News: भारत की संस्कृति है दुनिया की प्राचीनतम संस्कृति: डा दिनेश शर्मा

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
UP News: राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने प्राचीन ऐतिहासिक लखनऊ के ठाकुरगंज स्थित कल्याण गिरी मंदिर से लाखों श्रद्धालुओं के साथ निकलने वाली शिव बारात एवं कुड़िया घाट में आयोजित सामूहिक शिवार्चन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की संस्कृति दुनिया की प्राचीनतम संस्कृति है। पीएम मोदी और सीएम योगी के समय में भारत में सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण हुआ है। धार्मिक पर्यटन को आर्थिकी से भी जोडा गया है। आज काशी और अयोध्या इसका उदाहरण है जहां लाखों लोग आ रहे है और वहां पर व्यापार बढा है।
इस समय देश में मोदी मैजिक चल रहा है। लोग धर्म की ओर उन्मुख हो रहे है जिससे अर्थतंत्र भी मजबूत हो रहा है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अवध नगरी लखनऊ मंदिरों का शहर है जिसे छोटी काशी भी कहा जाता है। उनका बताया कि कहा जाता है कि भगवान राम के छोटे भ्राता लक्ष्मण जी कोनेश्वर महादेव में आए थे और बुद्धेश्वर महादेव तो अलग ही छटा लिए है जहां पर बुद्धवार को मेला लगता है।
 यह सहिष्णुता का शहर भी है। डा शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री की सबका साथ सबका विकास की प्रेरणा भगवान शंकर के परिवार से आती है जहंा पर परिवार के सदस्यों के वाहन के तौर पर अगल अलग पशु पक्षी एक दूसरे के विरोधी होने के बावजूद शिव परिवार में एक साथ रहते हैं। सांसद ने कहा कि पिछले 10 साल में देश में चमत्कारिक प्रगति हुई है। कोरोना जैसी महामारी के बावजूद भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ रही है जबकि दुनिया के बडे बडे देश उनकी अर्थव्यवस्था के कमजोर होने से परेशान हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ भी उसे ही आर्शीवाद देते हैं जो जनकल्याण के लिए कार्य करता है। पीएम मोदी के कार्यों ने देश में जाति को मिटाया तथा धर्म के राह की बाधाएं दूर की हैं।
वे देश में किसान युवा महिला और गरीब के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। डॉक्टर शर्मा ने कहा कि श्री राम मंदिर निर्माण के बाद पूरे देश का वातावरण राममय शिवमय है। की दीपावली उत्सव पर पूरे देश में नागरिकों के उत्साह को देखते बनता था पूरी दिवाली में चार लाख करोड़ रुपए की दिवाली देश में मनाई गई आज शिवरात्रि का पर्व बहुत अधिक गर्म जोशी से शांतिपूर्वक मनाया गया लखनऊ में कई स्थानों पर जुलूस का स्वागत अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा किया गया।

More Articles Like This

Exit mobile version