UP News: राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में आयोजित “भारतीय परंपरा और संस्कृत का पुनर्निर्माण, बहुभाषीय और बहु विषयक शैक्षिक दृष्टिकोण “नई शिक्षा नीति के परिपेक्ष में ” विषय पर बोलते हुए कहा कि आर्थिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, शैक्षिक क्षेत्र में आए परिवर्तन पूरे विश्व को आकर्षित कर रहे हैं। आज दुनिया भारत को उत्सुक्तापूर्ण दृष्टि से देख रही है। देश ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को पहचानने के साथ ही स्वदेशीकरण के माध्यम से दुनिया को बता दिया है कि हम किसी से कम नहीं हैं। आज पूरी दुनिया योग और आयुर्वेद को अपना रही है। दुनिया आश्चर्य से भारत के डेवलपमेन्ट माडल को देख रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल इंडिया , स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, मेकिंग इंडिया जैसे नवाचारों से अनूठा बदलाव पैदा कर दिया। मेक इन इंडिया का मंत्र काफी अहम साबित हुआ है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री और सांसद राज्यसभा ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत के शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आई है। इस नीति के लागू होने के बाद शैक्षिक प्रणाली मजबूत होगी तथा भावी पीढी सशक्त बनेगी। एनईपी को लाने के समय में सामाजिक सरोकारों से जुडी छोटी छोटी बातों का भी विश्लेषण किया गया। सांस्कृतिक विरासत को लेकर भी कार्य हुआ। प्रचीन शिक्षा को अपनाते हुए तमाम आयामों पर अध्ययन के बाद नई शिक्षा नीति आई है। इसमें प्रतिभा पलायन को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आजादी के बाद पहली बार शिक्षा क्षेत्र में इतना अधिक कार्य हुआ है। दुनिया में जब बहुत सी सभ्यताओं का जन्म भी नहीं हुआ था तब भारत में गुरुकुल चला करते थे तथा तक्षशिला और नालन्दा जैसे शिक्षा के केन्द्र मौजूद थे। मुगलों ने जब नालन्दा में आग लगाई तो कई महीनों तक वहां पर पाण्डुलिपियां जलती रही थीं।
उस समय का भारत ज्ञान का भंडार था। वो भारत सोने की चिडिया कहलाता था। आज का भारत ऐसा भारत है जिस पर अगर कोई आक्रमण करने की हिमाकत करेगा तो उसे मुहतोड जवाब मिलेगा। डा शर्मा ने कहा कि समय के साथ काम करने के तरीकों में बदलाव आया है । अब आवश्यक है कि युवा पीढी की क्षमता का पूरी तरह से उपयोग किया जाए। इसके लिए तमाम प्रयास हुए हैं। भारत दुनिया में सबसे युवा देश है और चीन जापान जर्मनी आदि युवा शक्ति के लिए तरस रहे हैं। रुस अपनी घटती जनसंख्या से चिन्तित है। देश के युवाओं की मेधा के कारण अमेरिका जैसे देशों को लगता है कि भारत के युवा उनके देश के युवाओं के रोजगार के लिए खतरा बन चुके हैं। आज का समय आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स और डेटा साइन्स के माध्यम से उन्नति के मार्ग को प्रशस्त करने वाला है। प्रधानमंत्री का संकल्प आने वाले समय में देश को दुनिया की तीसरी बडी अर्थ व्यवस्था बनाने का है। इसके लिए ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी को 1 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है।
पहले उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का लक्ष्य होता था पर आज यह सर्वोत्तम प्रदेश होते हुए उद्यम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। इसका मूल कारण है कि प्रदेश में निवेश बढा है। प्रदेश के विभिन्न आयामों में स्वदेशीकरण के चलते वृद्धि हुई है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए स्वच्छता अभियान जैसी छोटी बातों पर जोर दिया गया जिसने इंसेफलाइटिस जैसी बीमारी को काबू में करने में मदद की है। भारत की आर्थिक तरक्की की रफ्तार तेज चल रही हैं और पिछले 10 साल में देश 11वी अर्थव्यवस्था से 5वी अर्थव्यवस्था बनने का सफर तय कर चुका है। आने वाले समय में यह दुनिया की तीसरी बडी अर्थव्यवस्था होगी। भारत की आर्थिक विकास दर दुनिया के सम्पन्न देशों से भी अधिक है। दुनिया में भारत की आर्थिक नीतियों की चर्चा हो रही है। कोरोना के समय में दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पिछड रही थी ,पर भारत एक मात्र देश था, जिसने कोरोना के खिलाफ अभियान में न केवल स्वदेशी वैक्सीन बनाकर अपने लोगों व दुनिया के 120 अन्य देशों के लोगों को सुरक्षित किया बल्कि अर्थव्यवस्था को भी सहेजने का काम किया।
कभी महामारी के दौर में टीकों के लिए विदेशों पर निर्भर रहने वाले भारत ने कोरोना की चुनौती को स्वीकार करते हुए तीन वैक्सीन बना डाली। आज देश याची नहीं बल्कि दाता बन चुका है। उन्होंने कहा कि जनधन खाते देश में तमाम प्रकार के बदलावों की कहानी कह रहे हैं। इन्होंने भ्रष्टाचार की दीमक को सदा के लिए समाप्त कर दिया। देश के इन खातों में औसतन चार हजार रुपए जमा है। इस देश के लोगों में बचत की शानदार क्षमता है। किसी भी देश का विकास युवाओं पर निर्भर होता है। प्रधानमंत्री का डिजिटल इंडिया का सपना आज शानदार तरह से साकार हुआ , देश के गांव गांव में इंटरनेट उपलब्ध है। हवाई अड्डों से लेकर एक्सप्रेस वे यूपी की नई पहचान बने हैं। प्रदेश में डिफेन्स कारीडोर में रायफल, ब्रह्मोस मिसाइल आदि बन रही है। एशिया का सबसे बडा डेटा सेन्टर यूपी में है और सबसे बडा हवाई अड्डा जेवर उत्तर प्रदेश में बन रहा है। आज यूपी विकसित भारत की यात्रा को तेजी से आगे बढा रहा है। इस संगोष्ठी में 300 से अधिक शोघ पेपर प्रस्तुत होना काफी सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा की सामाजिक सरोकारों से संबंधित सरकारी नीतियों के कारण आज देश अन्य देशों की तुलना में आर्थिक रूप में सुधरता की ओर बढ़ रहा है. कार्यक्रम में विधायक एवं पूर्व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटिहार कुलपति प्रतिकूलपति रजिस्ट्रार सहित हजारों की संख्या में छात्र एवं शिक्षक गण उपस्थित थे।