UP News: स्वामी विवेकानंद के संदेश युवाओं के जीवन के लिए परिवर्तनकारी: डॉ. दिनेश शर्मा

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
UP News: राज्यसभा सांसद एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के संदेश युवाओं के जीवन के लिए परिवर्तनकारी रहे हैं। उनके संदेशों ने युवाओं का जीवन क्रांतिकारी ढंग से बदला है। स्वामी जी का कहना था कि व्यक्ति को अंदर से बाहर की ओर विकसित होना चाहिए तथा जीवन में सफलता के लिए आत्मा का सकारात्मक होना आवश्यक है। स्वामी जी की विद्वता और आभामंडल का अलग ही प्रभाव हुआ करता था। वे कहते थे कि संघर्ष जितना कड़ा होगा, सफलता भी उतनी ही बड़ी होगी। इसलिए उन्होंने उठो, जागो, रुको मत और बढ़ते जाओ का संदेश दिया था।
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेई डिग्री कॉलेज नगर निगम लखनऊ एवं नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विवेकानंद जयंती कार्यक्रम युवा दिवस को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी जी के संदेशों के अनुरूप भारत को 2047 तक विकसित और मजबूत बनाने का संकल्प रखा है। इस संकल्प को पूरा करने में युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है। डॉ. शर्मा ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा पिछले 10 साल में देश में हुए विकास की अनूठी यात्रा है। जहां-जहां यह यात्रा गुजर रही है, वहां युवा को इस यात्रा से प्रेरित होकर देश के लिए समर्पण का संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल जी का कहना था कि खुशहाल समाज के लिए वहां के नागरिकों का चिंतामुक्त होना बहुत आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों के दौरान दीनदयाल जी के इस विचार को पूरा करने के लिए समर्पित होकर कार्य किया है। देश के सामान्य नागरिक के लिए केंद्र की सरकार ने मकान, गैस सिलेंडर, भोजन के लिए मुफ्त राशन, शौचालय, नि:शुल्क इलाज के लिए आयुष्मान योजना जैसी योजना चलाकर पंडित जी के विचारों को मूर्त रूप देने का कार्य किया है।
आज देश में युवाओं के लिए केंद्र सरकार ने तमाम तरह की योजनाएं और अवसर पैदा किए हैं। ये स्वामी विवेकानंद जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि स्वामी जी एक आध्यात्मिक व्यक्ति थे, उन्हें वेद और वेदांत पूरी तरह कंठस्थ थे। भारत के हिंदू दर्शन एवं सांस्कृतिक विरासत की उनके जीवन पर अमिट छाप थी। स्वामी जी जब शिकागो में विश्व धर्मसंसद में भाग लेने गए थे, तब आयोजकों ने उनकी वेशभूषा देखकर उन्हें मंच पर स्थान नहीं दिया था और उन्हें नीचे ही बिठा दिया था। आयोजकों के इस व्यवहार से आहत स्वामी जी को आमंत्रित करने वाले प्रोफेसर ने जब स्वामी जी से यह बात कही तब स्वामी विवेकानंद ने अत्यंत सहजता से कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मैं नीचे बैठा हूं। क्योंकि जो व्यक्ति नीचे बैठा है, उसके पास ऊपर जाने का अवसर हमेशा मौजूद होता है और जो व्यक्ति ऊपर बैठा होता है, वह जरा सी गड़बड़ करने पर ही नीचे आ जाता है।
जीवन की प्रति इस प्रकार की सकारात्मकता का भाव युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणादायी है। वह एक ऐसे युवा थे, जिनकी मेधाशक्ति का कोई जोड़ नहीं था। कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों से उन्होंने कहा कि स्वामी जी कहते थे कि जैसा सोचते हो, वैसा ही बनोगे। इसलिए हर छात्र को अपने जीवन में सोच को सकारात्मक रखना चाहिए। स्वामी जी का ये कहना कि भगवान पर भरोसे के लिए खुद पर भरोसा होना बहुत आवश्यक है, ये जीवन में आत्मविश्वास बनाए रखने का बहुत महत्वपूर्ण संदेश है। उनका प्रेरणादायी व्यक्तित्व आज भी युवाओं के लिए एक आदर्श की तरह है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि युवा अपने जीवन में स्वप्न देखे और उन सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करे। राज्यसभा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने पिछले 10 वर्षों में दसवें पायेदान से पांचवें पायेदान तक का अर्थव्यवस्था के मामले में सफर तय किया है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत आने वाले समय में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और विश्व का सिरमौर बनेगा। उन्होंने छात्रों को युवा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वे देश के निर्माण के यज्ञ में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए हमेशा तैयार रहें। कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त डॉ राव विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सुभाष पांडे तथा भारी संख्या में छात्र एवं नेहरू युवा केंद्र के वालंटियर मौजूद थे।

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