Mamta Kulkarni: बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई हैं. पिछले दिनों उन्हें महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर नियुक्त किया गया था. हालांकि, बढ़ते विवादों के बीच 10 फरवरी, सोमवार को ममता ने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया. इस बीच महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने कहा कि कि अगर वो इस्लाम में चली जाती तो धर्म के ये ठेकेदार क्या करते.
ममता के साथ खड़ी हैं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
ममता कुलकर्णी के इस्तीफे के बाद किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी उनके साथ खड़ी नजर आ रही हैं. उन्होंने कहा, ‘ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़ा की अंग थीं, हैं.. और हमेशा रहेंगी.’ लक्ष्मी नारायण ने कहा कि मेरी उनसे बात हो रही है. यही ममता अगर इस्लाम में चली जाती तो धर्म के तथाकथित ठेकेदार तब क्या करते? इस बारे में तब कोई कुछ नहीं बोलता.’
महामंडलेश्वर बनाए जाने पर हुआ था विरोध
ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने पर काफी विरोध देखने को मिल रहा था. किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने विरोध जताते हुए कहा था कि ममता का डी कंपनी से संबंध था. इसके अलावा शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, बाबा बाबा रामदेव और पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी ममता कुलकर्णी को ये पदवी दिए जाने पर सवाल उठाए थे.
ममता कुलकर्ली ने दिया इस्तीफा
बढ़ते विवादों के बीच ममता कुलकर्ली ने 10 फरवरी को ख़ुद ही महामंडलेश्वर पद छोड़ दिया. एक्ट्रेस ने इसकी जानकारी इंस्टाग्राम पर पोस्ट के जरिए दी. उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़े में मुझे लेकर विवाद है उसके चलते में मैं महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे रही हैं. मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी.
खुद का किया था पिंडदान
24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाया गया था. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने एक्ट्रेस का पिंडदान और पट्टाभिषेक कराया था. इसके बाद ममता कुलकर्णी को श्रीयामाई ममता नंद गिरी नाम दिया गया था.