Maharashtra News: उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री, भाजपा के महाराष्ट्र के चुनाव प्रभारी , सांसद दिनेश शर्मा ने ठाणे , कल्याण लोक सभा क्षेत्र में शिवसेना के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में अलग-अलग संबोधन करते हुए कहा कि भाजपा अब तक हुए चार चरण के चुनाव में लगभग पूर्ण बहुमत प्राप्त कर चुकी है तथा अगले तीन चरणों में वह 400 पार के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनका आकलन वर्तमान में बह रही मोदी लहर से है।उनसे जब उनके दावे के विपरीत सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के उस बयान की ओर आकर्षित किया गया जिसमें सपा नेता ने कहा था कि भाजपा को 543 में से यदि 143 सीटें मिल जांय तो इसे उपलब्धि कहा जाएगा तो भाजपा सांसद ने कहा कि एक कहावत है ’’सूप बोले बोले छलनी क्या बोले जिसमें बहत्तर छेद’’।उन्होंने कहा कि इनसे पूछा जाय कि ये कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनके साथ पत्रकारों से बातचीत में केजरीवाल बैठे थे।यदि दोनो की उन सीटों को जोड़ दिया जाय जिन पर दोनो नेताओं के दल चुनाव लड़ रहे हैं तो इनकी संख्या 80 के आसपास बैठती है। उन्होंने व्यंगात्मक शैली में प्रतिप्रश्न किया कि क्या दो अंको की सीटों पर चुनाव लड़नेवाले दल देश की राजनीति की दिशा तय करेंगे।ये लोग केवल विघटन कराएंगे, हिन्दू मुसलमान कहेंगे, फतवा जारी कराएंगे, वोट जेहाद की अपील करेंगे, अगड़ा पिछड़ा करेंगे और जब कुछ नही चलेगा तो ’’ईवीएम ईवीएम’’ चिल्लाएंगे।
केजरीवाल की ओर डा0 शर्मा का ध्यान आकर्षित किया गया तो उन्होंने यह कहा कि उन्हें अन्ना जी को जवाब देना चाहिए क्योंकि जिन संभावनाओं के साथ अन्ना जी उन्हें लाए थे उन्होंने उनको चोट पहुंचाया है।उन्होंने कहा कि राहुल और अखिलेश जब पहले भी चुनाव साथ साथ लड़े थे तो उनकी सीटें कम हो गई थीं। उन्हें शरद पवार के सुझाव कि इन्हे किसी बड़े दल में शामिल हो जाना चाहिए मानना चाहिए।सपा के साथ अब कांग्रेस भी क्षेत्रीय दल बन गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा में अभी नो एंट्री का बोर्ड है जो दल आना चाहते हैं उन्हें अपने आचरण में सुधार करना होगा और जांच पड़ताल के बाद ही इन्हें राष्ट्रीय, दल भाजपा में मैाका मिल सकता है।इन्हें हार की प्रत्याशा में अनर्गल प्रलाप से बचना होगा। सांसद शर्मा से जब संजय सिंह के मणिपुर और रेवन्ना पर उठाए गए प्रश्नों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि ये ध्यान भटकाने के लिए पुराने मुद्दे ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो अपने पदाधिकारियों एवं महिला सांसद को सुरक्षित नही कर सकता वह देश की महिलाओं को क्या सुरक्षित करेगा। इनके सहयोगी आरजेडी के सर्वेसर्वा लालू जी की बहू को ही बेटा मारपीट कर निकाल देते हैं तो दूसरों की बहू बेटियों की रक्षा क्या करेंगे।उन्होंने कहा कि चार जून को जब ये हारेंगे तो ईवीएम चिल्लाएंगे या वैक्सीन चिल्लाएंगे या कुछ और चिल्लाएंगे।इन्हें बहाना अभी से तलाशना चाहिए तथा ये चुनाव में बेकार के लिए अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।
महाराष्ट्र प्रभारी ने कहा कि मोदी मैजिक बढ़ चढ़कर बोल रहा है और महाराष्ट्र में राजनीति की दशा और दिशा दोनो में परिवर्तन हो रहा है तथा बालासाहेब का मोदी के बारे में कि मोदी ’’भारत का भविष्य है’’ कथन कार्य रूप में परिणित हो रहा है। किंतु बाला साहेब के बेटे उद्धव जी की सोच अब बदल गई है । वे फतवे की बात करने लगे हैं तथा जब वे मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने राम मन्दिर शिलान्यास के समय महाराष्ट्र में रामभक्तों पर लाठी चार्ज कराया था।हनुमान चालीसा का पाठ करनेवालों को वे जेल भेज रहे थे किंतु उनके इन सभी कार्यों का अब जनता जवाब देगी। महाराष्ट्र में शिवसेना अस्तित्वहीन हो गई है तो शरद पवार घर से निकल नही पाए।वे अपने गढ़ एक लाख से अधिक मत से हार रहे हैं। उद्धव के गढ़ ढह चुके हैं इसलिए ही वे अब फतवा आदि जारी करा रहे हैं।डा0 शर्मा से जब संजय राउत के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहा गया जिसमें प्रधानमंत्री की महाराष्ट्र यात्रा के दौरान उन्हें पगड़ी पहनाकर शिवाजी का अपमान करने का आरोप लगाया गया है तो उन्होंने कहा कि संजय राउत के बयान केवल मनोरंजक एवं हास्यपूर्ण ही होते हैं। लोगो ने मोदी जी को वास्तव में शिवाजी महराज जी की पगड़ी से मिलती जुलती पगड़ी पहनाकर उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त किया है क्योंकि उस पगड़ी को उन्होंने माथे लगाया भी लगाया है।
सांसद शर्मा ने विरोधी दलों के शोर शराबे पर कहा कि 2014 एवं 2019 के चुनाव में भी ये लोग इसी तरह से जीत जाने का दावा कर रहे थे किंतु बाद में क्या हुआ यह बताने की जरूरत नही है। महाराष्ट्र में पार्टी जीत का रेकार्ड बनाने जा रही है।इस बार वोटों की गिनती के समय जनता की क्रांति दिखाई देगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि उद्धव पर वे किसी प्रकार की टिप्पणी नही करना चाहते किंतु जो असलियत है वह बता रहे हैं उन्होंने प्रश्न किया िकवे धार्मिक स्थलों से फतवा क्यों जारी करा रहे हैं तथा भाई बहन के संबोधन को उन्होंने भाईजान में क्यों बदल दिया । उन्होंने यह भी प्रश्न किया कि 2019 भाजपा और उद्धव की पार्टी को बहुमत मिला था फिर उ़द्धव ने शरद पवार की पार्टी और कांग्रेस से मिलकर सरकार क्यों बनाई आदि ऐसे प्रश्न हैं जिनका जवाब उन्हें इस चुनाव में मिल जाएगा।उन्होंने जनता के साथ जो विश्वासघात किया है उसका जवाब इस बार देना होगा।उन्होंने कहा कि चार जून को तीसरी दीवाली मनने जा रही है। पहली दीवाली नवंबर में मनी जब लक्ष्मी जी की पूजा हुई थी। दूसरी दीवाली 22 जनवरी को मनाई गई जब अयोध्या में राम जी की पूजा हुई थी और अब तीसरी दीवाली अब चार जून को मनेगी जब मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का रास्ता खुल जाएगा।
डा. शर्मा ने कहा कि हिन्दू मुस्लिम वास्तव में विरोधी दल के लोग कर रहे हैं जो आरक्षण पा रहे लोगों का हक काटकर संविधान बदलकर धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं।ये वास्तव में अमेरिका के विरासतवाले कानून को यहां लागू कर देश के लोगों की 55 प्रतिशत सम्पत्ति को अन्य लोगों विशेषकर बड़ा भाग अन्य को देना चाहते हैं। भाजपा हिन्दू मुस्लिम नही करती। 25 करोड़ लोग यदि गरीबी की रेखा के नीचे ऊपर उठे हैं तो उसमें मुस्लिम भी हैं। भाजपा ने प्रधानमंत्री आवास, पांच लाख तक की मुुफ्त चिकित्सा सुविधा, मुफ्त राशन आदि सुविधा देने में कोई भेदभाव नही किया है जबकि वे कहते हैं कि एक पक्ष से छीनों और दूसरे पक्ष को दे दो।इस पर ही भाजपा का विरोध है। ये अपरिपक्व राजनीतिज्ञ हैं तथा इनको अपनी हैसियत का पता चार जून को चल जाएगा।