Makar Sankranti 2025: गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति के पावन पर्व पर मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में चार बजे गोरखनाथ मंदिर में नाथपंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार शिवावतार महायोगी गोरखनाथ को विधि-विधान से आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाई. इस अवसर पर सीएम भगवान गोरखनाथ से लोकमंगल, सभी नागरिकों के सुखमय और समृद्धमय जीवन तथा राष्ट्र कल्याण की प्रार्थना की.
बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री व रक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सभी नागरिकों, संतों और श्रद्धालुओं को मकर संक्रांति की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी.
मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा
मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति भारत के पावन पर्व और त्योहारों की श्रृंखला में जगतपिता सूर्य के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक उत्सव है. पूरे देश के अंदर अलग-अलग नामों और स्वरूपों में आज सनातन धर्मावलंबी पूरी श्रद्धा के साथ इस आयोजन के साथ जुड़ते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि देश के अंदर उत्तर हो, दक्षिण हो, पूरब हो या पश्चिम हो, अलग-अलग नाम और रूपों में मकर संक्रांति पर्व को लोग मनाते हैं तथा उत्सव के साथ जुड़ते हैं. यह उत्सव भारत की सनातन धर्म की परंपरा में आनंद के क्षणों को एकजुटता और एकता के साथ आयोजित करने तथा अपनी खुशी के साथ पूरे समाज को जोड़ने का विशिष्ट और विराट आयोजन है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरब के असम में बिहू के रूप में, पंजाब में लोहड़ी के रूप में, सुदूर दक्षिण में पोंगल के रूप में, बंगाल व महाराष्ट्र में तिलवा संक्रांति के रूप में तथा उत्तर भारत में खिचड़ी संक्रांति के रूप में इस महापर्व को श्रद्धालुजन आयोजित करते हैं. उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के अवसर पर प्रदेश की पवित्र नदियों, सरोवरों में स्नान, दान-पुण्य का कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ प्रारंभ हो चुका है. यह मेरा सौभाग्य है कि गुरु गोरखनाथ की साधना स्थली पर बाबा के श्रीचरणों में खिचड़ी चढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है.
तमाम विदेशी भी बन रहे महाकुंभ के साक्षीः सीएम योगी
मकर संक्रांति की बधाई देने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने संतों, श्रद्धालुओं को प्रयागराज महाकुंभ के पहले अमृत स्नान की भी बधाई और शुभकामनाएं दीं. सीएम ने कहा कि एक तरफ भगवान गोरखनाथ की पावन तपस्थली पर आस्था की खिचड़ी चढ़ाई जा रही है तो दूसरी ओर इस सदी का पहला महाकुंभ तीरथपति प्रयागराज में प्रारंभ हो चुका है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ के प्रति जो आकर्षण देश और दुनिया में देखने को मिल रहा है, वह अद्भुत है, अकल्पनीय है. कल सोमवार को लगभग 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाई और पुण्य के भागीदार बने. आज प्रयागराज में पूज्य संतों की अगुवाई में लाखों की संख्या में श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त से ही पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं. देश और दुनिया में रहने वाले सनातन धर्मावलंबियों के साथ सनातन धर्म के प्रति आकर्षित तमाम विदेशी भी इस महाकुंभ के साक्षी बन रहे हैं.