Netaji Subhash Chandra Bose’s 127th birth anniversary: महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती पर आज (23 जनवरी) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने एक्स पर लिखा- मैं पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जाने वाली उनकी जयंती पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं. उनके शक्तिशाली व्यक्तित्व ने हमारे स्वतंत्रता सग्रांम पर गहरा प्रभाव डाला. देश सदैव नेताजी को उनके महान कार्यो के लिए याद रखेगा.
पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जा रही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मैं अपनी सादर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता के लक्ष्य के लिए असाधारण प्रतिबद्धता प्रदर्शित की थी। उनके अद्वितीय साहस और करिश्माई व्यक्तित्व ने भारतवासियों को औपनिवेशिक शासन के…
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 23, 2024
उपराष्ट्रपति बोले- निडर नेता
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा- निडर नेता. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत की स्वतंत्रता के लिए उनकी अदम्य साहस की भावना और प्रतिबद्धता हमें हमेशा प्रेरित करती है. धनखड़ ने आगे लिखा- यह दिन भारत को प्रथम रखने और एकजुट, समृद्ध और स्वतंत्र भारत की दिशा में अथक प्रयासों की याद दिलाता है.
Remembering the fearless leader, #Netaji Subhas Chandra Bose, on his birth anniversary, celebrated as Parakram Diwas.
His indomitable spirit and unwavering commitment to India's independence continue to inspire us all. Netaji’s clarion call for freedom, encapsulated in the…
— Vice President of India (@VPIndia) January 23, 2024
सीएम योगी ने लिखा- नेताजी को जयंती पर श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एक्स पर लिखा- स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, आजाद हिंद फौज के नेता सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि. बता दें, सरकार ने 2021 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया था.
'नेताजी' सुभाष चंद्र बोस की जयंती 'पराक्रम दिवस' के अवसर पर आज लखनऊ में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शौर्य एवं पराक्रम के प्रतीक 'नेताजी' ने आजादी के आंदोलन के दौरान भारत के युवाओं को विदेशी हुकूमत के खिलाफ एकजुट कर लड़ने की एक नई प्रेरणा दी थी।
उनकी… pic.twitter.com/nJJILUIPc4
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 23, 2024