Parakram Diwas 2025: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती गुरुवार को मनाई गई. राजधानी लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. उन्होंने नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इससे पहले सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘नेताजी के व्यक्तित्व और कृतित्व ने आजादी के आंदोलन को एक नई दिशा दी थी. आज उनकी पावन जयंती ‘पराक्रम दिवस’ के अवसर पर मनाई जा रही है. नेताजी को कोटि-कोटि नमन!’.
इस अवसर पर संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत माता के इस वीर सपूत ने अपने व्यक्तितव और कृतित्व से आंदोलन को एक नई दिशा दी थी. वर्ष 2021 में पीएम मोदी ने 23 जनवरी को पराक्रम दिवस मनाना शुरू किया.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत की आजादी के लिए नेता जी ने जो आह्वान किया था ‘तुम मुझे खून दो… मैं तुम्हें आजादी दूंगा’, यह युवाओं सहित हर देशवासी के लिए एक मंत्र बन गया था. इसका ऐसा असर हुआ कि ब्रिटिश हुकूमत को नेता जी को नजरबंद और फिर कैद करना पड़ा.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा उस समय सिविल सेवा में चयनित होने के बाद भी नेता जी ने राष्ट्र के लिए अपनी नौकरी की तिलांजलि दे दी. उस समय देश को प्लेग और सूखा सहित कई चुनौतियों से जूझना पड़ रहा था. उस विपत्ति के समय में कैसे राष्ट्रभावना जागृत की जाए, वह नेताजी ने करके दिखाया. उस अभियान से जुड़कर नेता जी ने युवाओं के अंदर देशभक्ति का भाव जागृत किया.
राष्ट्र समर्पण की भावना देता है नेता जी का व्यक्तित्व
सीएम योगी ने कहा कि जनवरी महीने में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती से लेकर नेता जी की जयंती तक का समय युवाओं के लिए बेहद प्रेरणास्पद है. हर जाति, मजहब, भाषा की विविधता से ऊपर उठकर राष्ट्र के प्रति समपर्ति होने की प्रेरणा नेता जी का व्यक्तित्व देता है.
मालूम हो कि 23 जनवरी का दिन पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस को समर्पित है. इसका उद्देश्य भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को सम्मानित करना और देशभक्ति की भावना को जागृत करना है.