PM Modi in Mahakumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (बुधवार)को प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में पहुंच चुके हैं. पीएम ने पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई. भगवा रंग का वस्त्र पहने प्रधानमंत्री मोदी ने स्नान करने के बाद मां गंगा को प्रणाम करते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य दिया. स्नान के बाद पीएम मोदी ने संगम तट पर गंगा की पूजा कर देशवासियों की कुशलता की कामना की. इससे पहले पीएम मोदी प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरे फिर वहां से हेलिकॉप्टर के जरिए डीपीएस स्कूल के ग्राउंड पहुंचे. इसके बाद अरैल घाट से नाव से पीएम संगम नोज पर पहुंचे. पीएम के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi takes a holy dip at Triveni Sangam in Prayagraj, Uttar Pradesh
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— ANI (@ANI) February 5, 2025
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संगम दौरा करीब 2 घंटे का है. सुबह 11 बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक का वक्त पीएम मोदी के लिए आरक्षित है. महाकुंभ में पीएम के दौरे को लेकर विशेष तैयारियां कल से ही शुरू हो गई थी. संगम घाट से लेकर प्रयागराज की सड़कों पर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल लागू है. उधर, महाकुंभ में श्रद्धालुओं का आना अभी भी जारी है. अभी तक साढ़े 38 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi reaches Maha Kumbh Mela Kshetra, in Prayagraj
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath is also present
(Source: ANI/DD)
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— ANI (@ANI) February 5, 2025
पीएम ने आज की तिथि क्यों चुनी, क्या है मान्यता?
प्रधानमंक्षी नरेंद्र मोदी आज माघ महीने की अष्टमी तिथि पर पुण्य काल में पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. हिंदू पंचांग की मानें तो 5 फरवरी माघ मास की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन तप, ध्यान और साधना को बेहद फलदायी माना गया है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो लोग तप, ध्यान और स्नान करते हैं, उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं. इसके अलावा, इस दिन को भीष्माष्टमी के रूप में भी जाना जाता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाभारत के दौरान भीष्म पितामह को बाणों की शय्या पर लेटे हुए सूर्य के उत्तरायण होने और शुक्ल पक्ष की प्रतीक्षा की थी. माघ मास की अष्टमी तिथि पर उन्होंने श्रीकृष्ण की उपस्थिति में अपने प्राण त्यागे, जिसके बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई.