Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में संगम नोज पर भगदड़ मचने की घटना के बीच संतों ने श्रद्धालुओं से आत्म अनुशासन बनाए रखने और अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करने की अपील की है.
नजदीकी घाट पर करें स्नान
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से स्वामी रामभद्राचार्य ने अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें. लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें. अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें.स्वामी रामभद्राचार्य ने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया.
आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक करें स्नान
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, ‘करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामना की गई है.’ उन्होंने सभी से आग्रह किया, ‘ भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें.’
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है. हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है. हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है..
महाकुंभ में मंगलवार/बुधवार की दरमियानी रात भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं. मेले की विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं. उनका इलाज किया जा रहा है. किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है.