Sambhal Violence: यूपी के संभल में हुई हिंसा को लेकर सियासत गर्म हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से जमकर बयानबाजी देखने को मिल रही है. इस बीच कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) ने सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के नाम का जिक्र करते हुए कहा, पहले पत्थर फेंकवाए जाते हैं और फिर वहां दंगा करवाने के बाद वहां पार्टी का डेलीगेशन भेजा जाता है.
बड़े खिलाड़ी हैं अखिलेश यादव जी- आचार्य प्रमोद कृष्णम
संभल हिंसा (Sambhal Violence) को लेकर आज सपा का एक 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जाने वाला था. लेकिन, डीजीपी से बातचीत के बाद सपा ने इसे रोक दिया है. समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को लेकर सबसे ज्यादा हमलावर नजर आ रही है, जिस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सपा पर जोरदार पलटवार किया और सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- ‘पहले पत्थर फिंकवाते हैं और दंगा करवाते है, फिर डेलीगेशन भिजवाते हैं. अखिलेश यादव जी बड़े खिलाड़ी हैं.’
उपचुनाव में हुई हार से बौखलाकर सपा ने रची साजिश
न्यूज एजेसी आईएएनएस से बात करते हुए कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाए और कहा कि संभल को दंगों की आग में झोंकने का काम करने वाले लोग कौन हैं. समाजवादी पार्टी के नेता उपचुनाव में हुई हार से बौखला षडयंत्र के तहत ये किया है. उन्हें ये गलतफहमी हो गई कि यूपी के चुनाव में बीजेपी की जो जीत हुई है, उसमें पुलिस प्रशासन का हाथ है. पुलिस से बदला लेने के लिए उन्होंने ये षडयंत्र किया.
देश का क़ानून सच के आधार पर करेगा फैसला- आचार्य प्रमोद कृष्णम
सपा को एक-एक सवाल का जवाब देना पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि ये वहीं सपा है जिसने कल्कि धाम के निर्माण पर रोक लगाई थी. ये कौन सा अदालती फैसला था? किसी कोर्ट ने कल्कि धाम का निर्माण कराने पर रोक नहीं लगाई थी, लेकिन राजनीति फायदे के लिए वोट बैंक की राजनीति करने के लिए कल्कि धाम के निर्माण पर रोक लगाई और छाती पीट रहे हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि देश की जनता इस देश का क़ानून और अदालत सच के आधार पर फैसला करेगी. संभल की जनता से अपील है कि वो कानून पर भरोसा बनाकर रखें.