UP News: उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सांसद डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि विदेशी आक्रान्ताओं ने यहां आकर यहां की संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया किंतु भारतीय संस्कृति की जड़े इतनी गहरी हैं कि इसको नष्ट करना आसान नही है। साकेत महाविद्यालय ,अयोध्या में भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद,नई दिल्ली एवं कामता प्रसाद सुंदरलाल साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालयए अयोध्या के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ’’भारतीय ज्ञान परंपरा’’ विषयक संगोष्ठी का बतौर मुख्य अतिथि शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि ’’अंग्रेजों ने भी देश को लूटने के साथ साथ यहां की संस्कृति पर आघात किया किंतु उनके भी प्रयास सफल नही हुए।जो भारत की जीवन जीने की कला है उस मानसिकता तक पहुंचना आसान नही है किंतु आक्रांताओं के अत्याचार के बाद हम अपनी बजाय विदेशी मानसिकता की उनकी दृष्टि के पीछे चलने को मजबूर हो गए। उसके पीछे चलने का हमारे लेखन पर भी प्रभाव पड़ा। अंग्रेजो ने जब देखा कि भारत की आदर्श समाज एवं परंपराओं को नष्ट करने का प्रयास सफल नही हो रहा तो उन्होंने यहां की शिक्षण व्यवस्था को बदलने का प्रयास किया। उन्होंने एक नियम यह भी बनाया कि जो कान्वेन्ट स्कूल में पढ़ेगा रोजगार उसे ही मिलेगा। इसका असर यह हुआ कि हमारी प्राचीन परंपरागत शिक्षा देने वाले विद्यालय बन्द होने लगे।हमारी परंपराओं को बदलने का जो प्रयास हुआ उसका असर हमारी जीवन शैली पर भी पड़ा।’’
सांसद शर्मा ने भारतीय संस्कृति की विशेषता बताते हुए यहां की ज्ञान परंपरा का बड़ा ही सुन्दर विवेचन किया। उन्होंने कहा कि ’’तुलसीदास जी गुनगुनाते चले जा रहे हैं ’’सियाराममय सब जग जानी । करहु प्रणाम जोग जुनि पानी। तुलसीदास इस चैपाई को कहते हुए जिस समय अपने निवास पर जा रहे थे एक बालक ने उनसे कहा कि आगे सांड़ है उससे बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सियाराम का नाम लेने से ही सारे संकट अपने आप मिट जाते हैं। तुलसी जब आगे जाते हैं तो सांड़ उन्हें चोटिल कर देता है। इस पर जब तुलसी किंकत्र्तव्य विमूढ हो जाते हैं तो हनुमान जी कहते है।ंइस लाइन में कमी नही है वास्तव में प्रभु राम ने तो बालक को भेजकर खतरे का संकेत पहले ही दे दिया था।डा0 शर्मा ने कहा कि कोई भी संकट आए तो राम नाम प्रणाम करने पर संकट दूर हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे शास़्त्रों में जीवन जीने की कला का बहुत सुन्दर विवेचन किया है।
उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति को छिन्न भिन्न करने का प्रयास सफल नही होगा।’’ डा. शर्मा ने कहा किपाश्चात्य धारणा है कि कमाएगा वह खायेगा किंतु भारतीय संस्कृति के यदि उस मूल को देखें जिसमें ’’सर्वे भवन्तु सुखिनः’’ की बात कही गई तो उसमें कहा गया है कि जो कमाएगा वह खिलाएगा। यह संस्कृति यह भी बताती है कि हमारा दायित्व परिवार के साथ ही समाज के प्रति भी है। और सबके सुख में हमारा सुख है यही हमारी परंपरा है। हमारी दृष्टि मानवता के प्रति है। हम जीव जन्तुओं के कल्याण की बात करते हैं। सांसद शर्मा ने कहा कि’’पहले वैज्ञानिकता का अभाव था। आज हर चीज में वैज्ञानिकता है किंतु भारत में इसमें दैविक शक्ति जुड गई है।उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यदि किसी ने अच्छे कर्म किये हैं तो उसे सदगति प्राप्त होती है। चुकि आत्मा चलायमान और गतिमान है इसलिए नवजात पर वह प्रवेश तो करेगी लेकिन अच्छे कर्म करने पर उसका असर अलग होता है। सभी के सदभाव बनाए रखना सभी के प्रति कल्याण का भाव रखना भारतीय संस्कृति की मूल है। विदेशी इतिहासकारों ने यहां के इतिहास को खंडित और प्रदूषित करने का प्रयास किया किंतु इसे दूर करने के लिए भारतीय इतिहास का पुनर्लेखन आज की आवश्यकता हो गया हैं इससे आनेवाली पीढ़ी को हमारी वैदिक संस्कृति का सही ज्ञान मिल सकेगा।’’
इस अवसर पर महंत परम पूज्य मिथिलेश नंदनी शरण महाराज, महापौर अयोध्या, गिरीश पति त्रिपाठी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, बिहार, गोपाल सिंह, पूर्व अध्यक्ष उच्च शिक्षा आयोग, प्रोफेसर ईश्वर शरण विश्वकर्मा, प्रोफेसर अभय प्रताप सिंह, प्रोफेसर अरविंद पी जागखेड़कर, डॉक्टर बालमुकुंद, प्रोफेसर आनंद शंकर सिंह, डा.ओम जी उपाध्याय आदि उपस्थित रहे। उन्होंने सर्किट हाउस, अयोध्या में सदस्यता अभियान–2024 अंतर्गत अयोध्या महानगर एवं जिला की सय्युक्त रूप से जनप्रतिनिधियों, सदस्यता टोली एवं पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की।
इस अवसर पर अयोध्या महानगर अध्यक्ष, कमलेश श्रीवास्तव, भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव सिंह, महापौर अयोध्या गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता, विधायक रामचंद्र यादव, पूर्व महापौर, ऋषि उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष अवधेश पांडे, पूर्व जिला अध्यक्ष, ओम प्रकाश सिंह, अध्यक्ष सहकारी बैंक, धर्मेंद्र प्रताप सिंह टिल्लू एवं महानगर उपाध्यक्ष परमानंद मिश्रा आदि उपस्थित रहे। बाद में बूथ नंबर तो लाल कुर्ती कैंट में अयोध्या विधानसभा अंतर्गत तथा बूथ नंबर 298 रुदौली विधानसभा अंतर्गत आयोजित सदस्यता महा अभियान में उपस्थित जनता और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तथा भारी संख्या में लोगों की डिजिटल सदस्यता कराई अयोध्या जिला एवं महानगर की समीक्षा के अंतर्गत लोगों में भाजपा के प्रति अलग उत्साह दिखा और पिछली सदस्यता से कहीं ज्यादा सदस्यता इस बार होने की संभावना व्यक्त की गई कार्यकर्ताओं में मिल्कीपुर विधानसभा में विजय प्राप्त करने के लिए भी व्यापक सुझाव दिए गए।