Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल बना हुआ है. आक्रोशित देशवासियों द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि आतंकियों और उसके आका पाकिस्तान पर अब कड़ा एक्शन लिया जाए. इस बीच भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच भी इस मुद्दे पर बहस हो रही है. ऐसे समय में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजनीतिक दलों को बड़ी सलाह दी है.
सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए: मायावती
पहलगाम आतंकी हमले और पाकिस्तान से जारी तनाव के मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़ा होना चाहिए, ना कि इसकी आड़ में पोस्टरबाजी व बयानबाजी आदि के जरिए घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों में कन्फ्यूज़न पैदा हो रहा है, जो देशहित में ठीक नहीं है.” मालूम हो कि इससे पहले मायावती ने कहा था कि देश की सुरक्षा से जुड़ी इस घटना को लेकर दलीय राजनीति व आरोप-प्रत्यारोप से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है जनता का विश्वास बहाल करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदम अर्थात् सरकार को हर वह कदम जरूर उठाना चाहिए, जिससे आगे देश में कहीं भी ऐसी दर्दनाक घटना कतई ना होने पाए.
बसपा सुप्रीमो ने सपा और कांग्रेस को दी चेतावनी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा और कांग्रेस को भी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, “इस प्रकरण में भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का भी अपमान कतई ना किया जाए. खासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है.” मालूम हो कि लखनऊ में समाजवादी लोहिया वाहिनी द्वारा एक होर्डिंग पर डॉ.भीमराव आंबेडकर के चेहरे के साथ समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीर जोड़ दी गई थी. इस घटना को लेकर विवाद हो गया है.
आतंकी हमले में 26 लोगों की गई थी जान
मालूम हो कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. हमले में मारे गए ज्यादातर लोग पर्यटक और हिंदू थे, जिन्हें धर्म पूछकर उनकी पहचान कर गोली मारी गई थी.