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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Ballia: उप्र सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सोमवार को माल्देपुर गंगा घाट पर 15.09 करोड़ रुपए की लागत से होने वाले बाढ़ निरोधात्मक कार्य का शिलान्यास किया। इस दौरान मंत्री ने विधि-विधान से पूजन कर सिंचाई व जल संसाधन विभाग से माल्देपुर के सुरक्षार्थ होने वाले बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य की नींव रखी। मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि यहां यह कार्य पूरी तरह से माल्देपुर व खोरीपाकड़ की आबादी को बाढ़ से राहत दिलाने के लिए हो रहा है।
इसके अलावा खोरीपाकड़ के सुरक्षार्थ 5.50 करोड़ व माल्देपुर के डाउन स्ट्रीम में 7.03 करोड़ तथा गंगा किनारे स्थित ग्राम समूह चैनछपरा, में नेमछपरा, उदवनछपरा, रेपुरा व राजपूर एकौना में 12.45 करोड़ रुपए से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य भी जल्द शुरू होगा। इसके टेंडर की प्रक्रिया जारी है और बाढ़ के पूर्व यह सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे। कहा कि जनपद के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों को बचाने तथा इसके स्थायी समाधान के लिए शासन स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को भी परियोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
कटहल नाला के सुंदरीकरण के लिए 13 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति मिल गई है जिससे इस पर भी जल्द कार्य शुरू होगा। कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो मार्च में जिले के लोगों को दो बड़ी खुशखबरी मेडिकल कॉलेज व 360 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले वैना-सोनवानी लिंक एक्सप्रेस वे की मिलेगी। कहा चुनाव के दरम्यान भृगु कारिडोर, मेडिकल कालेज, कटहल नाला, सुरहा आदि को विकसित करने संबंधित जो भी वादे लोगों से किए गए हैं उसे इसी पांच वर्ष के कार्यकाल में पूरा करेंगे। कहा लोग भ्रम में न रहें जिस कार्य का शिलान्यास कर रहा उसका उद्घाटन भी मैं ही करुंगा।
इस दौरान पूर्व विधायक भगवान पाठक, पूर्व जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, गुड्डू राय, अमिताभ उपाध्याय, जिला मंत्री संतोष सिंह, सिंचाई विभाग के संजय मिश्रा आदि मौजूद रहे।
जल परिवहन व पर्यटन की दिशा में होंगे कई कार्य
Balla: उप्र जल परिवहन विकास प्राधिकरण के चेयरमैन के तौर पर मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि जल परिवहन व पर्यटन की दिशा में कई कार्य प्रस्तावित हैं। इसमें माल्देपुर व शिवरामपुर घाट पर जेट्टी का निर्माण, माल्देपुर में डाल्फिन व्यू प्वाइंट आदि बनाने का कार्य जल्द शुरू होगा। कहा अगर गंगा किनारे 15 एकड़ जमीन मिल जाएगी तो जहाजों के चालक आदि को प्रशिक्षित करने के लिए एक इंस्टीट्यूट भी बनाया जाएगा।