UP: सीएम योगी ने कन्याओं के पखारे पांव, लिया आशीर्वाद, कहा…

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

गोरखपुरः शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित कन्या पूजन अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे, उनका विधि-विधान से पूजन किया, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया, दक्षिणा और उपहार देकर उनका आशीर्वाद लिया. सीएम ने परंपरा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया.

सीएम ने पीतल के परात में बारी-बारी कन्याओं के धोए पांव
सीएम योगी ने मंदिर में स्थित अपने आवास परिसर के प्रथम तल पर परंपरागत रूप से पीतल के परात में जल से सभी नौ कन्याओं के बारी-बारी पांव धोये. उनके माथे पर रोली, चंदन, दही, अक्षत और शक्तिपीठ की वेदी पर उगाई गई जई का तिलक लगाया. माला पहनाकर, चुनरी ओढ़ाकर, उपहार एवं दक्षिणा प्रदान कर आशीर्वाद लिया.

CM Yogi Adityanath performed Kanya Pujan on the day of Maha Ashtami of Sharadiya Navratri

सीएम ने अपने हाथों से कन्याओं को परोसा भोजन
पूजन के बाद इन कन्याओं को मंदिर की रसोई में पकाया गया ताजा भोजन प्रसाद मुख्यमंत्री योगी ने अपने हाथों से परोसा. इन नौ कन्याओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पहुंची बालिकाओं और बटुकों को भी पूजनोपरांत श्रद्धापूर्वक भोजन कराकर उपहार व दक्षिणा दिया गया.

सीएम ने कन्याओं को दिया दक्षिणा
सीएम योगी का प्यार-दुलार पाकर नन्हीं बालिकाओं व बटुकों की खुशी देखते ही बन रही थी. सत्कार और स्नेह के भाव से मुख्यमंत्री ने एक-एक कर नौ कन्याओं व बटुक भैरव के पांव पखारे और पूजन किया.

इस दौरान सीएम योगी के हाथों दक्षिणा मिलने से सभी बालिकाएं काफी प्रसन्न दिखीं. पूजन के बाद भोजन परोसते समय सीएम निरंतर संवाद भी करते रहे. यह भी ख्याल रखते रहे कि किसी भी बालक-बालिका की थाली में प्रसाद की कोई कमी न रहे.

 

इसे दौरान सीएम उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित भी किया. उन्‍होंने कहा कि शारदीय नवरात्र आधी आबादी के सम्मान, सुरक्षा और उनके स्वावलंबन की प्रेरणा प्रदान करता है. महिलाओं का सम्मान और सशक्तीकरण होगा तो समाज स्वयं ही सशक्त और समर्थवान होगा.

भारतीय मनीषियों ने इसकी व्याख्या कुछ इस प्रकार की है कि दैवीय शक्तियां वहीं वास करती हैं, जहां उनका सम्मान होता है. ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि समाज में ऐसा माहौल बनाएं, जिससे कि आधी आबादी और उसके साथ समाज सुरक्षित हो जाए.

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