UP News: एटा पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. एक लाचार के लिए रहम दिल बनते हुए पुलिस ने उसकी परेशानियों पर इंसानियत का मरहम लगाया. अपराधियों के लिए सख्त और कड़क एटा पुलिस ने एक लाचार युवक का अभिभावक बन उसकी मदद की. इस युवक ने एक हादसे में अपने पिता के साथ ही अपना एक पैर गवां दिया था. उसे उपचार के लिए पैसे की जरूरत थी, जिसकी मदद के लिए पुलिस ने हाथ बढ़ाया.
हादसे में अतुल ने गवां दिया था एक पैर और पिता को
मालूम हो कि मूल रूप से गांव इन्छा थाना जसवंतनगर जनपद इटावा निवासी अतुल कुमार वर्तमान में एटा कोतवाली नगर के गांव रुद्रपुर में रह रहा है. उसके पिता इटावा में पुलिस विभाग में फोलवर (कुक) का कार्य करते थे, जो सेवानिवृत्त हो चुके थे. 2019 में मोटरसाइकिल पर जाते समय हुए हादसे में उसके पिता की मृत्यु हो गई थी और उसके पैरों में गंभीर चोट आई थी.
2021 में उपचार के दौरान उसके एक पैर को काटना पड़ा. इसके बाद और उपचार तथा कृत्रिम पैर की जरूरत थी. नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर राजस्थान में इसके लिए चिकित्सकों ने 35000 रुपये का खर्चा बता दिया. अतुल के पास इतने रुपये नहीं थे. ऐसे में वह इस सोच में पड़ गया इसने रुपयों का इंतजाम वह कहा से करेगा. मन में निराशा लिए वह अंदर से पूरी तरह टूट चुका था.
इलाज के लिए पुलिस ने दी 42 हजार रुपये की सहायता
पिता पुलिस विभाग में रहे थे, इसलिए उसके मन में पुलिस से सहारे की उम्मीद दिखी. शुक्रवार को अतुल एसएसपी एटा राजेश कुमार सिंह से मिला. उसने दर्दभरी आपबीती उन्हें सुनाई. एसएसपी का दिल पसीज गया. फिर क्या था, उन्होंने अतुल की मदद करने का निर्णय लिया. सभी थानों, पुलिस कर्मियों को स्वेच्छा से आर्थिक मदद का संदेश पहुंचाया और खुद भी मदद की. इस तरह कुल 42901 रुपये एकत्रित हुए.
पुलिस के नेक कार्य की लोगों में हो रही चर्चा
शनिवार को उसे इलाज के लिए यह धनराशि मुहैया कराई गई. साथ ही एसएसपी ने आश्वासन दिया कि वह इलाज कराकर चलने-फिरने में समर्थ हो जाए. इसके बाद उसे दैनिक वेतनभोगी के रूप में पुलिस विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद (कुक) पर नियुक्ति दिलाए जाने का प्रयास करेंगे. पुलिस द्वारा इस मदद पर अतुल की खांखे भर आई. वहीं, पुलिस के इस नेक कार्य की लोगों में चर्चा हो रही है.