UP News: उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए ऊर्चा निगम तरह-तरह का कार्य कर रहा है. इसी कड़ी में उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है. अब उपभोक्ता रीडिंग का पता चलने के साथ ही घर बैठे नकद बिल जमा कर सकेंगे. इसके लिए ऊर्जा निगम ने आदेश जारी कर दिया है. इसमें मीटर रीडर को अधिकार दिया गया है कि वह रीडिंग लेने के बाद उपभोक्ता से बिल भुगतान कराकर रसीद उपलब्ध कराएंगे. जनवरी से यह व्यवस्था लागू कर दी गई है.
मालूम हो कि बिजली उपभोक्ता अब तक घर से ही ऑनलाइन बिल का भुगतान कर रहे थे, लेकिन कभी-कभी खाते में पैसा न होने पर उन्हें कार्यालय या सीएससी में जाना पड़ता है. इससे निजात दिलाने के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार ने नई व्यवस्था बनाई गई है.
रीडर मौके पर नकद लेकर तत्काल उपलब्ध कराएंगे रसीद
इस व्यवस्था के तहत अब मीटर रीडर घर पहुंचकर उपभोक्ता को रीडिंग उपलब्ध कराएंगे. इसके बाद रीडिंग में बिजली खपत के हिसाब से बिल तैयार करेंगे. उपभोक्ता फौरन ही बिल का भुगतान करना चाहेंगे तो मीटर रीडर मौके पर ही उनसे नकद लेकर तत्काल रसीद उपलब्ध कराएंगे.
मीटर रीडरों को मिलेगा लक्ष्य, होगी कमाई
विद्युत विभाग की ओर से मीटर रीडरों को भी जागरूक किया जाएगा. यह मीटर रीडर बिल बनाने के साथ ही कम से कम पांच हजार रुपये का राजस्व भी प्रतिदिन वसूलेंगे. इसके बदले में उन्हें एक उपभोक्ता का बिल बनाकर उसका भुगतान कराने पर 12 रुपये का पारिश्रमिक भी मिलेगा.
शहर से गांव स्तर तक तैनात हैं मीटर रीडर
संस्था ने शहर से गांव तक मीटर रीडरों की तैनाती की है. माह के अंतिम सप्ताह में ये मीटर रीडर घर-घर पहुंचकर रीडिंग निकालकर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराते हैं. इसके लिए इन्हें मानदेय मिलता है.
हर मीटर रीडर के साथ एक बिजलीकर्मी की रहेगी ड्यूटी
हर मीटर रीडर के साथ एक बिजलीकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है. रीडर उपभोक्ता का बिल तैयार करेंगे, जिसे जांचने का काम बिजली कर्मचारी करेंगे. साथ ही बिजली कर्मचारी मीटर रीडरों के साथ उपभोक्ताओं के घर भी जाएंगे.
वह मीटर बॉक्स की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए उचित जगह पर उसे स्थापित कराने के साथ ही उपभोक्ता का मोबाइल नंबर व ई- मेल आईडी भी अपने रिकॉर्ड में दर्ज करने का कार्य करेंगे.