Varanasi: जिसका कोई नहीं उसके साथ योगी सरकार खड़ी है। जिन बच्चों के कोई अभिभावक नहीं है, या जिनके माता-पिता उनकी उचित देखभाल करने में असमर्थ हैं। सरकार ऐसे बच्चो के लिए अभिभावक बन कर उनको आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। जिससे उनकी मूलभूत सुविधाएं, भरण पोषण पूरी हो सके और वे शिक्षा से वंचित न रह पाए। सरकार उत्तर प्रदेश में जरूरतमंद बच्चों के लिए एक उज्जवल भविष्य देना चाहती है। स्पॉन्सरशिप योजना के तहत पिछले वित्तीय वर्ष में 116 .04 लाख की धनराशि पात्र लाभार्थी बच्चों को दी जा चुकी है। जबकि वित्तीय वर्ष 2024 -25 के लिए 2411 बच्चों के लिए भुगतान प्रक्रियाधीन है।
भाजपा सरकार की स्पॉन्सरशिप योजना में पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस वित्तीय वर्ष 2024 -25 में लाभार्थी बच्चो की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि स्पॉंसरशिप योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023 -24 में 1293 बच्चों को 116.04 लाख रूपये से लाभान्वित किया जा चूका है। जबकि इस वित्तीय वर्ष 2024 -25 में ये संख्या बढ़ कर 2411 हो गई है। जिनके लिए आवंटित धनराशि 155.16 लाख रुपये के भुगतान की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। इस योजना में पात्र बच्चों को नियमनुसार 4 हज़ार रूपये प्रतिमाह दिया जाता है। सरकार जरूरतमंद बच्चो को लाभ देने के लिए अभियान चलाकर योजना से समय-समय पर जोड़ती रहती है और उनका फालोअप भी करती रहती।
पात्रता की श्रेणी
इस योजना में प्रमुख रूप से आर्थिक रूप से कमजोर, बाल श्रम से मुक्त कराए गए , असाध्य बीमारी से ग्रसित, बन्दियों के आश्रित, बाल गृह से अपने घरों मे पुनर्वासित बच्चों, गंभीर बीमारी से ग्रसित ,माता-पिता दिव्यांग ,आर्थिक रूप से कमजोर , तलाकशुदा माता के बच्चे आदि को इस योजना से लाभान्वित किये जाने का प्रावधान हैं, जिनकी आय सीमा रूपया-9 6000, शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र हेतु रूपया 72000 है।
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