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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Varanasi: उत्तर प्रदेश में निवेश का बेहतर माहौल बनाने के बाद ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और इन्वेस्ट यूपी के प्रयास रंग लाने लगे। इसका असर वाराणसी में भी देखने को मिल रहा है। बनारसी साड़ी के अलावा अब गारमेंट हब के रूप में भी बनारस की पहचान दुनिया में होगी। घरेलू और एक्सपोर्ट क्वालिटी के कपड़ों के मैन्युफैक्चरिंग में ज्यादातर महिलाओं को रोजगार मिलेगा। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हैंडलूम एंड टेक्सटाइल विभाग के 61 करोड़ के निवेश से 4 प्रोजेक्ट में प्रोडक्शन शुरू हो गया है।
करघे के ताने बाने से बुनी हुई बनारसी साड़ी दुनिया में बुनकरों की कारीगरी की मिसाल कायम किये हुए है। बनारसी साड़ी और हैंडलूम की पहचान पूरे विश्व में है। इसके साथ ही बनारस अब रेडीमेड गारमेंट और अत्याधुनिक मशीनों से निर्मित साड़ी, फैब्रिक का भी हब बनने की ओर अग्रसर है। विश्व की जानी मानी कंपनी अरविंद लिमिटेड (निटिंग गारमेंट्स फॉर डोमेस्टिक & एक्सपोर्ट सेल्स) गारमेंट्स उत्पादन के लिए 75 करोड़ की लागत से फैक्ट्री लगा रही है, इससे 1500 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें महिलाओं की संख्या अधिक होगी। इसे लेकर कुल 86 करोड़ के निवेश वाले 3 प्रोजेक्ट जल्दी शुरू होंगे। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से 1600 लोगों को रोजगार मिलना प्रस्तावित है।
वाराणसी में 61 करोड़ के लागत की 4 कंपनियों ने उत्पादन शुरू कर दिया है, जिससे लगभग 190 लोगो को रोजगार मिल रहा है। मुंबई से नौकरी छोड़कर वाराणसी में यूनिट शुरू किये ए.पी. इंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रिन्स सिंह ने बताया कि योगी सरकार की नीतियों और बेहतर हुई कानून व्यवस्था के कारण इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है। मुंबई और घर से दूर काम कर रहे लोगों को भी इस प्रोजेक्ट के जरिये घर के पास रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
61 करोड़ की लागत की 4 ऑपरेशन इकाइयां,190 रोजगार
1- वस्त्र विला इंडिया प्राइवेट लिमिटेड -जकार्ड,पॉवर एंड हैंडलूम ,प्रॉसेसिंग ऑफ़ टेक्सटाइल्स, 50 लोगो को रोज़गार
2- श्री माहेश्वरी इंटरप्राइजेज -वीविंग,एम्ब्रॉयडरी ,प्रिंटिंग यूनिट, 75 लोगो को रोज़गार