महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंटरनेशनल प्लेटफार्म देने जा रही योगी सरकार

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Varanasi: महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन योगी सरकार की प्राथमिकता है। सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंटरनेशनल प्लेटफार्म देने जा रही है, जिससे वे अपने उत्पादों को विश्व के किसी भी कोने में बेच सकें। सरकार “एक जिला एक उत्पाद” से जुड़ी महिला उद्यमियों को ई कॉमर्स का निःशुल्क प्रशिक्षण दिलाएगी। यूकी नामक संस्था दो दिन की कार्यशाला में इन महिलाओं को ई-कॉमर्स की मूलभूत जानकारी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने उत्पादों को पहुंचाने संबंधी सभी जानकारियां देंगी। 28 और 29 अप्रैल को ये प्रशिक्षण आयुक्त ऑडिटोरियम में प्रस्तावित है।
योगी सरकार “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” (ओडीओपी) को अंतरराष्ट्रीय पह‌चान दिलाने के बाद इंटरनेशनल मार्केट उपलब्ध कराने के लिए अब महिला उद्यमियों को प्रशिक्षित करने जा रही है। जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र के सहायक आयुक्त विनोद वर्मा ने बताया कि यूकी संस्था वाराणसी के ओडीओपी से जुड़ी लगभग 150 से अधिक महिला उद्यमियों को दो दिन का प्रशिक्षण देगी। इस कार्यशाला की ख़ास बात यह है कि प्रशिक्षण देने और प्रशिक्षण लेने वाली भी सिर्फ महिलाएं ही होंगी।।
जिला उद्योग के सहायक आयुक्त ने बताया कि वाराणसी के ओडीओपी उत्पाद बनारसी सिल्क, गुलाबी मीनाकारी, लेकरवेयर एवं लकड़ी के खिलौने (तीनों उत्पाद जीआई में भी शमिल है) से जुड़ी महिला उद्यमियों को कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यूकी के विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला में ई-कॉमर्स के सम्बन्ध में मूलभूत जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया, उत्पाद की ब्रांडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच के संबंध में महिला उद्यमियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। जिसका मुख्य उद्देश्य ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) कार्यक्रम से जुड़ी महिला उद्यमियों को ई-कॉमर्स की बारीकियों से अवगत कराना है। यूकी दक्षिण भारत की संस्था है, जो महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए काम करती है।
रजनीकांत, पद्मश्री, जीआई विशेषज्ञ ने कहा, वाराणसी के ओडीओपी के तीनों उत्पाद बनारसी सिल्क, गुलाबी मीनाकारी, लेकरवेयर एवं लकड़ी के खिलौने का सालाना व्यापार 1500 से 1600 करोड़ का है। इस उद्योग से लगभग 1 लाख से अधिक हस्तशिल्पी जुड़े हैं, जिसमे अकेले 20 से 25 प्रतिशत महिलाएं हैं। तीनो उत्पादों का सालाना निर्यात लगभग 30 प्रतिशत का है।
वही, जया सिंह, स्टेट अवार्डी गुलाबी मीनाकारी ने कहा, वर्जन योगी सरकार ने जब से गुलाबी मीनाकारी को ओडीओपी में शामिल किया है। इसके प्रमोशन के लिए लगातार प्रयास भी कर रह है। जिसका लाभ आर्टिजन को मिल रहा है। ई-कॉमर्स सीखने के बाद हम लोग घर बैठे अपना सामान विदेशों तक बेच पाएंगे।

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