सिंगापुरः सिंगापुर में एशिया का प्रमुख सुरक्षा शिखर सम्मेलन शांगरी ला डायलॉग आयोजित हो रहा है. इस सम्मेलन को यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि रूस को चीन का समर्थन यूक्रेन में युद्ध को लंबा खींच सकता है. उन्होंने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों से शांति सम्मेलन में भाग लेने का आग्रह भी किया. उन्होंने कहा कि सम्मेलन में रूस बाधा डालने का प्रयास कर रहा है.
ज्यादातर चीन से आते हैं रूस के हथियार
रविवार को राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि चीन के समर्थन के कारण रूस लंबे समय तक संघर्ष को खींचेगा. चीन घोषणा करता है कि वह क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करता है. वह आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा करता है. ऐसे में चीन की यह नीतियां उनके और पूरी दुनिया के लिए खतरनाक होंगी. जेलेंस्की ने संकेत दिया कि रूस के हथियार ज्यादातर चीन से आते हैं.
जेलेंस्की ने शांति शिखर सम्मेलन के बारे में कहा कि रूस शांति शिखर सम्मेलन को बाधित करने की कोशिश कर रहा है. रूस दुनिया के कई देशों में घूम रहा है. वह देशों को कृषि वस्तुओं, खाद्य उत्पादों, रासायनिक उत्पादों की नाकाबंदी के लिए धमका रहा है. रूस चाह रहा है कि देश शांति शिखर सम्मेलन में शामिल न हो. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चीन जैसे बड़ा और स्वतंत्र शक्तिशाली देश पुतिन के हाथों में है. हालांकि, चीनी रक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा था कि वे जिम्मेदारी के साथ शांति वार्ता को बढ़ावा दे रहे हैं.
जेलेंस्की पहले भी कर चुके हैं अपील
जेलेंस्की ने इससे पहले भी वैश्विक नेताओं से आग्रह किया था कि 15 जून से शुरू होने वाले वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन में आप सभी भाग लें. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी देश अकेले और बिना सहायता के ऐसे युद्धों को नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शांति कों बढ़ाने के लिए नेतृत्व करें. वैश्विक बहुमत के प्रयासों से शांति स्थापित हो सकती है. रूस की आक्रमकता के खिलाफ एकजुट होना आवश्यक है.