बुधवार को जम्मू-कश्मीर में भारतीय रेलवे ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन के कटरा-बनिहाल खंड पर 179-डिग्री की खड़ी ढलान पर सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण देश के अन्य हिस्सों को कश्मीर से सीधे जोड़ने के लंबे समय से अधूरे सपने की दिशा में बड़ा कदम है. यह परियोजना पिछले दो दशकों से निर्माणाधीन है. ट्रायल ट्रेन ने संगलदान और रियासी के बीच 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ लगाई.
कटरा से बनिहाल तक 1.5 घंटे में यात्रा
रेलवे सुरक्षा के उत्तर मंडल आयुक्त दिनेश चंद देशवाल ने इसे रेलवे के इतिहास में एक नया अध्याय करार दिया. उन्होंने कहा, “इस चुनौतीपूर्ण भूगोल में परीक्षण सफल रहा, और यह हमारे इंजीनियरों की कड़ी मेहनत का परिणाम है.” सूत्रों के मुताबिक, ट्रायल सुबह 10:30 बजे कटरा स्टेशन से शुरू हुआ और 1.5 घंटे में बनिहाल पहुंचा. वहां थोड़ी देर रुकने के बाद, ट्रेन दोपहर 3:30 बजे कटरा लौट आई. देशवाल ने बताया कि अब परीक्षण के दौरान इकट्ठा किए गए डेटा का विश्लेषण किया जाएगा. इससे यह तय होगा कि कश्मीर के लिए सीधी ट्रेन सेवाएं कब शुरू की जा सकती हैं.
Tested train run at 110 kmph on Chenab bridge. Historic day indeed. The Jammu Srinagar railway line is getting ready to be operational soon. pic.twitter.com/pMxpKaeMK4
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 8, 2025
अपने अंतिम चरण में है परियोजना
कश्मीर को रेल नेटवर्क से जोड़ने की योजना 1997 में शुरू हुई थी. लेकिन भूगोल, भौगोलिक संरचना और मौसम की चुनौतियों के चलते यह परियोजना लगातार देरी का शिकार होती रही. अब यह परियोजना अपने अंतिम चरण में है. अगले महीने 17 किमी लंबा रियासी-कटरा खंड पूरा होने की उम्मीद है. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महत्वपूर्ण खंड का उद्घाटन कर सकते हैं. इसके बाद जनवरी में कश्मीर से दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू होने की संभावना है. यह 800 किमी की यात्रा 13 घंटे से भी कम समय में पूरी होगी.
कश्मीर की अर्थव्यवस्था में आएगी क्रांतिकारी
यह रेल लिंक कश्मीर की अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा. कश्मीरी उत्पाद जैसे सेब, सूखे मेवे, पश्मीना शॉल और हस्तशिल्प अब देशभर में आसानी से और सस्ते में पहुंच सकेंगे. वहीं, घाटी में रोजमर्रा की जरूरतों का आयात भी सस्ता और तेज हो जाएगा. रेलवे का यह ऐतिहासिक प्रयास देश की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाईयों तक ले जाएगा और कश्मीर के विकास में अहम भूमिका निभाएगा.