Fali S Nariman: सुप्रीम कोर्ट के वकील और देश के पूर्व एएसजी फली एस नरीमन का 95 वर्ष की उम्र में बुधवार को निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक, वे पिछले काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे. फली एस नरीमन को श्रद्धांजलि देते हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वह लिविंग लीजेंड थे, जिन्हें कानून और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोग हमेशा याद करेंगे. अपनी उपलब्धियों के अलावा, वह अपने सिद्धांतों पर हमेशा अटल रहे.
आपातकाल के विरोध में दे दिया था इस्तीफा
भारतीय संविधान एवं न्याय व्यवस्था पर उनकी पकड़ को देखते हुए वर्ष 1975 में उन्हें भारत का अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था. हालांकि उसी साल जून में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा आपातकाल घोषित किए जाने के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
जानकारी के अनुसार, एएसजी रहते हुए कई महत्वपूर्ण संवैधानिक मामलों में सरकार की पैरवी की. जिनमे एनजेएसी, एससीएओआर एसोसिएशन केस और अल्पसंख्यकों के अधिकार से जुड़ा टीएमए पीएआई केस भी अहम था. देश सेवा में उनके उत्कृष्ट कार्यों के सरकार ने उन्हें 1971 में पदम् भूषण और 2007 में पदम् विभूषण सम्मान से सम्मानित किया.
इतना ही नहीं नरीमन ने एक किताब भी लिखी थी जिसका बिफोर मेमोरी फ्रेंडस था. जानकारी के अनुसार नरीमन ने अपने करियर की शुरुआत 1950 में बाॅम्बे हाईकोर्ट के वकील के तौर पर की. 1961 में उन्हें वरिष्ठ वकील नामित किया गया. उन्होंने 70 साल से ज्यादा समय तक कानूनविद के तौर पर भी काम किया.