Tamil Nadu: स्वापक नियंत्रण ब्यूरो ने शनिवार को कहा कि उसने अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी के एक मामले की जांच के संबंध में तमिलनाडु के कथित मादक पदार्थ तस्कर जाफर सादिक को अरेस्ट किया है. तमिल फिल्मों के निर्माता सादिक को हाल ही में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) से निष्कासित किया गया था.
वह द्रमुक की NRI शाखा का चेन्नई पश्चिम इकाई का उपसंगठक था. सादिक को एनसीबी ने भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच फैले अंतर्राष्ट्रीय मादक तस्कर गिरोह का सरगना करार दिया है. एनसीबी ने पिछले महीने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था और दिल्ली के एक गोदाम में छापेमारी में 50 किलोग्राम मादक पदार्थ बनाने वाला रसायन स्यूडोएफेड्रिन जब्त किया था. उसके बाद से ही एनसीबी सादिक की तलाश में थी और तमिलनाडु में उससे जुड़े परिसरों पर छापेमारी भी की गयी थी.
जाफर को डीएमके ने पार्टी से निकाला
हाल ही में डीएमके ने फिल्म निर्माता और चेन्नई वेस्ट के उप-आयोजक (एनआरआई विंग) जाफर सादिक को पार्टी से निष्कासित कर दिया. रविवार को डीएमके ने कहा, पार्टी को बदनाम करने वाली गतिविधियों में शामिल होने के कारण जाफर सादिक को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
ऐसे आया सादिक पकड़ में
एनसीबी को न्यूजीलैंड के सीमा शुल्क अधिकारियों और ऑस्ट्रेलियाई पुलिस से जानकारी मिली थी कि सूखे नारियल के पाउडर में छिपाकर दोनों देशों में बड़ी मात्रा में ड्रग स्यूडोएफेड्रिन की तस्करी की जा रही थी. अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन ने यह भी कहा कि दिल्ली दोनों देशों के लिए दवाओं का प्रवेश द्वार है.
इसके बाद पुलिस और एनसीबी के अधिकारियों ने पश्चिमी दिल्ली में छापेमारी की और 50 किलो ड्रग्स के साथ ड्रग डीलरों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपियों की पहचान मुकेश, मुजीबुर रहमान और अशोक कुमार के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले तीन साल में वह अंतरराष्ट्रीय बाजार में ड्रग्स की 45 खेप पहुंचा चुके हैं.
इनका वजन 3500 किलो और कीमत 2000 करोड़ रुपए है. जब एनसीबी ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि तमिल फिल्म निर्माता जाफर सादिक है.
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