Tiruchirappalli Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (2 जनवरी, 2024) को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वह कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. साथ ही पीएम मोदी आज तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल बिल्डिंग का भी उद्घाटन करेंगे.
भव्य है नया टर्मिनल
तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां मंदिर का डिजाइन भी बनाया गया है. नए टर्मिनल में संस्कृति, कलाकृति और टेक्नोलॉजी का पूरा ख्याल रखा गया है. टर्मिनल पर कोलम कला से लेकर श्रीरंगम मंदिर के रंगों और अन्य थीम वाली कलाकृतियां बनाई गई हैं. इसके साथ ही नए टर्मिनल भवन में यात्रियों की सुविधा के लिए 60 चेक-इन काउंटर बनाए गए हैं.
रंगनाथस्वामी मंदिर थीम
तिरुचिरापल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन को श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के थीम पर बनाया गया है. इसमें कोलम कला से लेकर श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के रंगों और अन्य थीम वाली कलाकृतियां दिखाई गई है. ये कलाकृतियां गतिशील बाहरी और शानदार अंदरूनी हिस्सों के माध्यम से शेष दुनिया के साथ भारत के संबंध को दर्शाती हैं.
तिरुचिरापल्ली की सांस्कृति
तिरुचिरापल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का डिजाइन तिरुचिरापल्ली की सांस्कृतिक जीवंतता से प्रेरित है. टर्मिनल के गेट पर रंगनाथ स्वामी मंदिर जैसी आकृति बनाई गई है.
कलाकृतियों से सुसज्जित नया टर्मिनल
नए टर्मिनल भवन में बहुत सारी पेंटिंग बनाई गई हैं और भित्ति चित्र भी लगाए गए हैं. नए टर्मिनल को कलाकृतियों से सुसज्जित करने के लिए कुल 100 कलाकारों को नियुक्त किया गया था. ये भित्तिचित्र 30 दिनों के भीतर बनाए गए थे.
यात्रियों के लिए सुविधा
नए टर्मिनल भवन में यात्रियों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का पूरा इस्तेमाल किया गया है. नए टर्मिनल भवन में 60 चेक-इन काउंटर और 5 बैगेज कैरोसेल के अलावा 60 अराइवल इमिग्रेशन काउंटर और 44 डिपार्चर इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं.
3500 यात्रियों की क्षमता
बता दें, दो-स्तरीय नए अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल भवन में सालाना 44 लाख से ज्याचदा यात्रियों और व्यस्त समय के दौरान करीब 3,500 यात्रियों को सेवा देने की क्षमता है. टर्मिनल भवन को 1,100 करोड़ की लागत विकसित किया गया है.
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी तिरुचिरापल्ली में विमानन, रेल, सड़क, तेल और गैस, जहाजरानी और उच्च शिक्षा क्षेत्रों से संबंधित 19,850 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे.