Trinamool MP Kalyan Banerjee: तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने शीतकालीन सत्र के दौरान संसद परिसर में उपराष्ट्रपति की मिमिक्री से सियासी तूफान मचा दिया था. अब एक बार फिर से उन्होंने उपराष्ट्रपति पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अगर कोई “हास्य नहीं समझता” और उसके पास मिमिक्री की सराहना करने के लिए “सभ्य दिमाग” नहीं, तो वह “असहाय” है यानि कुछ नहीं कर सकते.
दरअसल, वो लोकसभा क्षेत्र सेरामपुर में एक राजनीतिक बैठक को संबोधित कर रहे थे. उस दौरान उन्होंने कहा कि लोकसभा के अंदर मिमिक्री करने वाले पहले व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री की नकल उतारी. कल्याण बनर्जी ने आगे कहा कि जब पीएम मोदी ने ऐसा किया तो हम हंसे थे, हमने कोई आपत्ति नहीं जताई थी.
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मिमिक्री एक कला है: तृणमूल नेता
अपने बयान को दोहराते हुए तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि मिमिक्री एक कला है. उपराष्ट्रपति का नाम लिए बगैर सांसद ने कहा, “अगर कोई कला नहीं समझता है, तो मैं क्या कर सकता हूं? अगर कोई हास्य नहीं समझता है, अगर किसी के पास सभ्य दिमाग नहीं है, अगर कोई खुद को टारगेट समझता है, तो मैं असहाय हूं.”
आगे उन्होंने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आप ऐसा क्यों सोचते हैं कि यह आपके बारे में है. वह दिन-रात रो रहे हैं. आखिर, वह एक बच्चे की तरह इतना क्यों रो रहे हैं? तृणमूल सांसद ने इसके बाद एक बच्चे की नकल करते हुए अपनी मां से शिकायत की… कि कोई उसे चिढ़ा रहा है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बताया था शर्मनाक
उल्लेखनीय है कि शीतकालीन सत्र के दौरान संसद भवन परिसर में तृणमूल सांसद ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारी थी. इसके बाद सियासी उबाल देश भर में देखने को मिला था. सांसद के इस गतिविधि को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा था कि तृणमूल सांसद द्वारा की गई नकल की हरकत “शर्मनाक” है, उन्हें दुख हुआ है. उपराष्ट्रपति ने कहा था कि जाट समुदाय के एक किसान के बेटे के रूप में उनका अपमान किया गया है.
महिला पहलवानों का समर्थन में क्यों नहीं आए उपराष्ट्रपति
तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने देश के उपराष्ट्रपति से सवाल किया कि उन्होंने ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक का समर्थन क्यों नहीं किया, जिन्होंने भाजपा सांसद और पूर्व कुश्ती प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. उन्होंने कहा, “आपने एक शब्द भी नहीं बोला, क्यों? कृपया उत्तर दीजिए. इतने ऊंचे पद पर होने के बावजूद बस मैं, मैं, मैं.”