Uttarakhand Conclave: देश का उत्तराखंड राज्य अपनी खूबसूरत गढ़वाली और कुमाऊंनी संस्कृति के लिए न केवल भारत, बल्कि विदेश में भी जाना जाता है. गढ़वाली यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषा है. इसकी तमाम बोलियाँ भी हैं, जिनमें जौनसारी, मरची, जढ़ी और सैलानी शामिल हैं. यहां पर कई जातीय समूहों और जातियों के लोग निवास करते हैं, जिनमें राजपूत भी शामिल हैं.
इनके बारे में मान्यता है कि वे आर्य मूल के हैं. तो वहीं गढ़वाल के आदिवासी जो उत्तरी इलाकों में रहते हैं और जिनमें जौनसारी, जाध, मार्चा और वन गुजर शामिल हैं. यहां कि विभिन्न परंपराएँ, धर्म, मेले, त्यौहार, लोक नृत्य, संगीत लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. आज इसी भूमि पर भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क का ‘उत्तराखंड उन्नति की ओर’ कॉनक्लेव का आयोजन किया जा रहा है.
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